By अंकित सिंह | Sep 15, 2022
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में दिल्ली में असम सरकार और 8 जनजातीय समूहों के प्रतिनिधियों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हुए। असम की शांति के लिहाज से यह समझौते बेहद महत्तवपूर्ण हैं। तभी तो गृह मंत्री अमित शाह ने इसे स्वयं मिल का पत्थर बताया है। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि असम और पूरी उत्तर पूर्व के लिए आज का दिन बहुत महत्तवपूर्ण दिन है। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उत्तर पूर्व को शांत और विकसित बनाने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम हाथ में लिए गए। इसमें आज एक बड़ा मील का पत्थर हम पार करके आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि असम और पूर्वोत्तर क्षेत्र नशा, आतंकवाद और विवाद मुक्त हो तथा पूर्ण विकसित हो। मोदी सरकार इस दिशा में काम कर रही है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि आज बहुत महत्वपूर्ण दिन है। मेरा मानना है कि इस समझौते से हमारे आदिवासी जनजाति के लोगों को सामाजिक न्याय मिलेगा, आर्थिक विकास का एक बहुत बड़ा मौका मिलेगा और साथ ही राजनीतिक अधिकार भी मिलेगा। असम और पूर्वोत्तर में शांति स्थापित करने में यह कदम बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आई है, पूर्वोत्तर को लगातार साधने की कोशिश की जा रही है। पूर्वोत्तर में शांति और स्थिरता के लिए कई काम भी हुए हैं। इसी कड़ी में आज यह काम हुआ है।