By अंकित सिंह | Jun 19, 2022
सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा आई गई अग्निपथ योजना को लेकर बवाल जारी है। इसका सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिल रहा है। इन सब के बीच बिहार में विपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और 20 सवाल दागे है। दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र सरकार बताए कि 4 साल के लिए बहाल होने वाले युवकों को नियमित रूप से सेना में भर्ती होने वाले युवकों की ही तरह नियमित छुट्टी मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस योजना में सिर्फ सैनिक को 4 साल के लिए क्यों रखा जा रहा बड़े अफसर को भी रखा जाए। तेजस्वी ने साफ तौर पर कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बिना सोचे समझे लाई गयी योजनाएँ Take off से पहले ही Crash हो जाती है।
तेजस्वी ने कहा कि ऐसी योजनाओं की अकाल मृत्यु हो जाती है लेकिन BJP के लोग आखिर तक फ़ालतू में इनका Hip-Hip Hurray..करते रहते है और बाद में योजना वापस ले लेते है। राजद नेता ने पूछा कि क्या ये योजना शिक्षित युवाओं के लिए मनरेगा है? या RSS का हिडेन एजेंडा है। वन रैंक वन पेंशन के बजाय नो रैंक नो पेंशन लाया गया। अगर BJP को ठेकेदारी प्रथा इतनी पसंद है तो BJP के मंत्री अपने बच्चों को सरकारी नौकरी से इस्तीफा दिलवा दें। युवा नेता ने पूछा कि अगर सरकार अग्निवीरों को सैनिक मानती है तो क्या उन सैनिकों को ग्रेजुएटी देगी? उन्होंने पूछा कि क्या सरकार अग्निवीरों को कैंटीन और पूर्व सैनिकों को मिलने वाली चिकित्सा सहित अन्य सैनिक सुविधाएं देगी?
केंद्र सरकारों पर सवालों की झड़ी लगाते हुए तेजस्वी ने पूछा कि क्या यह पहली ऐसी सरकारी बहाली योजना नहीं है जिसमें महज 4 साल में बेरोजगार होने की 75% विशुद्ध गारंटी है? उन्होंने पूछा कि 22 वर्ष की आयु में युवा रिटायर हो जाएंगे, क्या इससे उनकी उच्च शिक्षा प्रभावित नहीं होगी? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इस वक्त नौकरी को लेकर युवा तनाव में है। कुल मिलाकर देखें तो अग्नीपथ योजना को लेकर राजनीतिक बवाल लगातार जारी है। इन सबके बीच आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीनों सेनाओं के प्रमुख के साथ बड़ी बैठक कर रहे हैं। अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन का सबसे ज्यादा असर बिहार में देखने को मिला।