By अनुराग गुप्ता | Sep 20, 2021
चंडीगढ़। क्या कैप्टन अमरिंदर सिंह भाजपा में शामिल होने वाले हैं ? अपमानित महसूस करने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और उन्होंने कहा कि पिछले 2 महीने में मुझे 3 बार दिल्ली बुलाया गया एवं बिना मेरी जानकारी के विधायक दल की बैठक भी बुला ली है। हालांकि उन्होंने भाजपा में शामिल होने की संभावनाओं से जुड़े सवाल पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
कैप्टन बनाम सिद्धू विवाद
पंजाब कांग्रेस में पिछले कुछ महीनों से भारी घमासान देखने को मिल रहा था हालांकि शनिवार को कांग्रेस ने अंर्तकलह को समाप्त करने का निर्णय लिया। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के समर्थन से नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस प्रमुख के पद तक पहुंच गए और अब आगामी चुनाव भी उन्हीं के नेतृत्व में लड़ा जाना है।
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत जब 'पंज प्यारे' बयान को लेकर विवादों में आए थे तो उससे पहले उन्होंने स्पष्ट किया था कि आगामी विधानसभा चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में ही लड़ेगी और उसके बाद सिद्धू ने चुप्पी साध ली थी। अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सिद्धू की ताकत बढ़ती नई और अब पंजाब कांग्रेस उन्हीं के नेतृत्व में आगे बढ़ने का फैसला कर चुकी है। हालांकि कैप्टन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार सिद्धू को लेकर चुप्पी तोड़ी थी और कहा था कि सिद्धू के चलते उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है। इस दौरान उन्होंने सिद्धू के पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और जनरल बाजवा के साथ रिश्तों की भी बात कही।
क्या भाजपा में शामिल होंगे कैप्टन ?
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कैप्टन भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं। हालांकि एक परेशानी खड़ी हो गई है। कैप्टन की उम्र भाजपा के आड़े आ रही है। भाजपा में बड़े पद रहने के लिए अधिकतम उम्र 75 साल है। हाल ही में कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा को हटाकर भाजपा ने बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बना दिया। वहीं, साल 2019 के आम चुनावों में सभी ने देखा कि लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज नेताओं ने उम्र ज्यादा होने पर चुनाव नहीं लड़ा। इसके अलावा आनंदी बेन पटेल, सुमित्रा महाजन जैसे नेता भी इसमें शामिल हैं।
पंजाब जिताने की कूबत रखते हैं कैप्टन !
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने दम पर साल 2017 का विधानसभा चुनाव जब कांग्रेस को जिता सकते हैं तो भाजपा को भी जिताने की कूबत रखते हैं। ऐसे में पार्टी उन्हें भाजपा में शामिल करा सकती है। खैर सरकार बनने के बाद की बात है कि उन्हें पद मिलता है या नहीं ?
वहीं, पंजाब के पूर्व मंत्री मास्टर मोहनलाल ने कैप्टन के इस्तीफा दिए जाने के बाद उनकी जमकर तारीफ की थी और उन्हें भाजपा में शामिल होने का प्रस्ताव भी दिया था।