लखनऊ। मायावती के प्रचार पर लगी रोक हट चुकी है, आज वो कभी अपने राजनीतिक दुश्मन रहे मुलायम सिंह यादव के लिए वोट मांगने मैनपुरी में मौजूद रहीं। मैनपुरी के क्रिश्चियन फील्ड में आयोजित महागठबंधन की उस रैली में मोदी को हटाने के संकल्प के साथ मुलायम सिंह यादव, मायावती और अखिलेश यादव एक साथ मौजूद रहें। मायावती के साथ उनके भतीजे आकाश भी मंच पर उपस्थित थे।
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रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह इस रैली में शामिल नहीं हुए है। रैली के जरिए महागठबंधन प्रतिद्वंद्वियों को यह संदेश देने की कोशिश कि की सभी दल बीजेपी के खिलाफ एकजुट हैं। शुरू में ऐसी खबरें थीं कि मुलायम रैली में शामिल नहीं होंगे। लेकिन सपा के संरक्षक रैली में शामिल भी हुए और चुनाव में भरपूर बहुमत मिलने की प्रतिबद्धता भी जताई। मुलायम ने मायावती का अभिनंदन करते हुए कहा कि आखरी बार चुनाव लड़ रहा हूं, पहले से ज्यादा वोटों से जिताना। साथ ही सहयोगियों को भी जिताने की मुलायम ने अपील की।
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मायावती ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि गेस्टहाउस कांड को भूलकर भी साथ चुनाव लड़ रहे हैं। पिछड़े लोग मुलायम को ही अपना नेता मानते हैं। मुलायम ने सभी समाज के लोगों को जोड़ा है। मुलायम सिंह मोदी की तरह फर्जी पिछड़े वर्ग के नेता नहीं है। मायावती ने मोदी पर हमला करते हुए कहा कि महागठबंधन को ही कामयाब बनाना है और नरेंद्र मोदी पर गरीबों, पिछड़ों का हक मारने का आरोप लगाया। मायावती कांग्रेस को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने भी अपने वादों को पूरा नहीं किया। कांग्रेस की न्याय योजना सिर्फ दिखावा है। कांग्रेस गरीबों का वोट पाने के लिए पूरे देश में घुम रही है। हम गरीबों को स्थायी नौकरी के साधन देंगे।
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सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मुलायम सिंह यादव के पक्ष में वोट करने की अपील करते हुए भाजपा पर तीखे हमले किए। अखिलेश ने कहा कि देश अभी नाजुक दौर से गुजर रहा है, देश के किसान दुःखी हैं । ये चुनाव देश के भविष्य से जुड़ा है। हमें नया प्रधानमंत्री बनाना है, लोगों की नौकरी, रोजगार खत्म हो गया। नया पीएम बनेगा तभी नया भारत बनेगा।