By अभिनय आकाश | Feb 28, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के पीएम लीसिंग लू ने दोनों देशों के बीच पेमेंट इंटरफेस की शुरुआत कर दी। सरल शब्दों में कहे तो अब भारत का यूपीआई अब आप धड़ल्ले से सिंगापुर में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। यूपीआई और सिंगापुर के पेय नाऊ के एकीकृत करने के बाद यूपीआई को यूएई, मॉरीशस और इंडोनेशिया से भी जोड़ा जा सकता है।
रणनीति के वैश्विक प्रमुख, ऑनलाइन भुगतान समाधान कंपनी विबमो की रणनीति के वैश्विक प्रमुख मेहुल मिस्त्री ने अखबार मिंट को बताया कि संयुक्त अरब अमीरात, मॉरीशस और इंडोनेशिया जैसे देश सिंगापुर के लॉन्च के बाद तत्काल धन हस्तांतरण को सक्षम करने के लिए सूट का पालन करेंगे। उन्होंने कहा, "यह गर्व की बात है कि भारत का विश्व स्तरीय यूपीआई डिजिटल भुगतान ढांचा वैश्विक हो गया है और इससे भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए विदेश में कारोबार करना आसान हो जाएगा।" विबमू को 2019 में वित्तीय सेवा प्रदाता पेयू द्वारा अधिग्रहित किया गया था।
सिंगापुर पहला देश है जिसके साथ क्रॉस-बॉर्डर पर्सन-टू-पर्सन (पी2पी) भुगतान प्रक्रिया शुरू की गई है। इस सुविधा से केवल क्यूआर कोड को स्कैन करके त्वरित और लागत प्रभावी धन लेनदेन करने के लिए भारतीय डायस्पोरा को विशेष रूप से लाभ होने की उम्मीद है। पहल की सराहना करते हुए मेहुल ने कहा कि यह अन्य देशों के लिए प्रेरणा का काम करेगा जो सीमाओं के पार व्यापार बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास और सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण (एमएएस) के प्रबंध निदेशक रवि मेनन द्वारा 21 फरवरी को भारत-सिंगापुर सीमा पार वास्तविक समय भुगतान प्रणाली शुरू की गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग वर्चुअली लॉन्च इवेंट में शामिल हुए।