By अभिनय आकाश | Feb 01, 2023
आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान इन दिनों आतंकवाद की भी मार झेल रहा है। जिस आतंकवाद को बरसों तक उसने पाला पोसा अब वहीं उसके गले की फांस बनता जा रहा है। पेशावर घातक आत्मघाती बम विस्फोट में अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। वहीं इस आतंकी वारदात के बाद अब मियांवाली में एक पुलिस स्टेशन पर 31 जनवरी की रात प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़े भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने हमला कर दिया। पाकिस्तान अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने देर रात दावा किया कि हमले को नाकाम कर दिया गया है। आतंकी संगठन ने अब तक खैबर पख्तूनख्वा और अफगानिस्तान की सीमा से लगे इलाकों में पुलिस स्टेशनों और चेक पोस्टों को निशाना बनाया था। देश में आतंकवाद के पुनरुत्थान के बाद पहली बार पंजाब के एक पुलिस स्टेशन पर अपनी नजरें जमाई हैं।
पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक डॉ उस्मान अनवर ने डॉन से पुष्टि की कि प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीटीपी से जुड़े सशस्त्र हमलावरों ने पुलिस स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा कि टीटीपी के खिलाफ एक बड़े अभियान के लिए लाहौर पुलिस और पंजाब सीटीडी के अलावा तीन क्षेत्रों मियांवाली, डेरा गाजी खान और सरगोधा से पुलिस दल मियांवाली पहुंचे। सोशल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमला रात करीब 9 बजे शुरू हुआ, जब आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से मकरवाल पुलिस स्टेशन पर भारी गोलीबारी की। इसके परिणामस्वरूप भारी गोलीबारी हुई, क्योंकि पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जो दो घंटे तक चली।
हालांकि, हमले के दौरान पुलिस कर्मियों के किसी भी घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं आई है। मियांवाली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पुलिस स्टेशन में तैनात कर्मियों ने हमले को टालते हुए तेजी से प्रतिक्रिया की। अधिकारी ने कहा कि इसाखेल तहसील में मकरवाल, ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्र है, जो कोयला खदानों के लिए जाना जाता है।