By अंकित सिंह | May 31, 2022
राज्यसभा चुनाव में जदयू की ओर से टिकट नहीं मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। राज्यसभा नहीं पहुंचने के बाद आरसीपी सिंह का केंद्रीय मंत्रालय में बने रहना भी मुश्किल है। इन सबके बीच आरसीपी सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। आरसीपी सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तय करेंगे कि मैं मंत्री बना रहूं या नहीं। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक आरसीपी सिंह ने कहा कि मुझे आज तक जो भी ज़िम्मेदारी दी गई है, उसे मैंने पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ किया है। मैं प्रधानमंत्री के पास जाऊंगा और पूछूंगा कि मेरे लिए क्या आदेश है?
आरसीपी सिंह ने आगे कहा कि 6 जुलाई तक का कार्यकाल है। पार्टी ने मुझे यह जिम्मेदारी जुलाई तक दी है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तय करेंगे कि मैं मंत्री बना रहूं या नहीं। इससे पहले आरसीपी सिंह को राज्यसभा का टिकट नहीं दिए जाने को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार ने कहा कि वह तब से हमारे साथ हैं जब वह IAS अधिकारी थे, उन्हें दो बार राज्यसभा भेजा जा चुका है। उन्हें पार्टी का अध्यक्ष भी बनाया गया था। वर्तमान में वे केंद्र सरकार में मंत्री हैं इसलिए उन्हें ये सभी अवसर मिले हैं। इसके साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि आरसीपी सिंह को अपना कार्यकाल समाप्त होने से पहले केंद्रीय मंत्री के रूप में इस्तीफा देने की जरूरत नहीं है।
आपको बता दें जनता दल (यूनाइटेड) ने बिहार में आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए खीरू महतो को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। जदयू ने इस कदम के साथ केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की अनदेखी की, जिनका राज्यसभा का कार्यकाल जुलाई में समाप्त होने वाला है। जदयू की झारखंड इकाई के पूर्व प्रमुख महतो के नाम की घोषणा यहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने की। पार्टी के इस चौंकाने वाले कदम से आरसीपी सिंह के मंत्री बने रहने पर संकट पैदा हो सकता है। उन्हें पिछले साल ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था और संसद के उच्च सदन में फिलहाल उनका यह लगातार दूसरा कार्यकाल है।