By अभिनय आकाश | Apr 08, 2024
चीन के चंगुल में फंसता मालदीव बर्बाद होता जा रहा है। मुइज्जू सरकार की हरकतों के चलते देश के अंदर कई तरह की समस्याएं देखने को मिल रही हैं। लेकिन ऐसे वक्त में भी भारत विरोधी मुइज्जू सरकार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। अक्सर विवादों में रहने वाली मालदीव की पूर्व मंत्री मरियम शिउना ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। वो भी तब जब हाल ही में भारत ने मालदीव की सहायता की थी। मरियम शिउना ने मालदीव में होने वाले चुनाव को लेकर विपक्षी एमडीपी पर निशाना साधते हुए फिर से भारत का मजाक उड़ाया है। मरियम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक तस्वीर पोस्ट की इसमें भारतीय तिरंगे के अशोक चक्र की एक बदली हुई तस्वीर थी। जिसमें भारत के राष्ट्रीय ध्वज को खराब रोशनी में दर्शाया गया। मरियम शिउना ने इस तरह की हरकत तब की है जब जरूरी सामान के निर्यात को बढ़ाने पर भारत सहमत हुआ है। हालांकि भारत के लोगों ने जब ये पोस्ट देखा और उस पर जमकर मरियम शिउना को लताड़ा तो शिउना ने ये पोस्ट डिलीट कर दी।
पोस्ट डिलीट कर मांगी माफी
पोस्ट डिलीट करने के बाद शिउना ने कहा कि उन्हें फोटो के भारतीय झंडे से मिलते-जुलते होने की जानकारी नहीं थी। वो भविष्य में सावधान रहेंगी। शिउना ने कहा कि मैं हालिया सोशल मीडिया पोस्ट को संबोधित करना चाहती हूं। मैं हालिया पोस्ट के कारण हुए किसी भी भ्रम के लिए माफी मांगती हूं। ये मेरे ध्यान में लाया गया कि ये मालदीव की विपक्षी पार्टी एमडीपी की मेरी प्रति प्रतिक्रिया भारतीय ध्वज से मिलती झुलती थी। ये स्पष्ट करना चाहती हूं कि अनजाने में हुई थी। किसी भी तरह की गलतफहमी के लिए मुझे खेद है। आपको बता दें कि ये वही मरियम शिउना है जिसने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी। मालदीव की सरकार ने तब इससे खुद को अलग कर लिया था।
मालदीव की मदद कर रहा भारत
भारत के मालदीव को आवश्यक वस्तुओं के निर्यात की अनुमति देने पर मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने शनिवार को आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह फैसला दीर्घकालिक द्विपक्षीय मित्रता और व्यापार एवं वाणिज्य को बढ़ाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। भारत ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष के दौरान मालदीव को अंडे, आलू, प्याज, चावल, गेहूं का आटा, चीनी और दाल जैसी कुछ वस्तुओं की निर्दिष्ट मात्रा के निर्यात पर प्रतिबंध हटा दिया था। भारतीय उच्यायुक्त ने शुक्रवार को यहां कहा कि मालदीव सरकार के आग्रह पर भारत ने 2024-25 के लिए जरूरी वस्तुओं की निर्दिष्ट मात्रा में निर्यात की अनुमति दी है।