By अंकित सिंह | Sep 30, 2023
राज्यसभा में महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा के दौरान राजद सांसद मनोज झा ने ठाकुरों का जिक्र किया था। इसके बाद बिहार में राजनीतिक बवाल मच गया। इसमें साफ तौर पर कहा गया कि ठाकुरों को टारगेट करना ठीक नहीं है। राजद के ही विधायक चेतन आनंद ने मनोज झा पर सवाल उठा दिए थे। हालांकि, पार्टी लगातार मनोज झा के समर्थन में खड़ी रही। सबसे पहले पार्टी प्रमुख लालू यादव ने उनका समर्थन किया था। तो अब तेजस्वी यादव ने भी मनोज झा का समर्थन किया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि मनोज झा का मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं बल्कि सबको बराबरी का मौका मिले, यह सुनिश्चित करना था।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मनोज झा सर्वश्रेष्ठ सांसद के रूप में चुने गए हैं। जो चर्चा हो रही है कि महिला आक्षरण के समय में जो उन्होंने बात रखी थी कि OBC महिलाओं को इसमें आरक्षण सुनिश्चित करना चाहिए ताकि गांव की महिलाएं, पिछड़े समाज की महिलाएं, अति पिछड़े समाज की महिलाएं या अल्पसंख्यक की महिलाएं इस आरक्षण का लाभ उठा सके इसी विषय पर उन्होंने ओम प्रकाश वाल्मीकि जी के पाठ पढ़ा को दोहराया। उन्होंने कहा कि ये उन्होंने कोई जात की बात नहीं बोली। उनका मतलब किसी के भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था बल्कि सबको बराबरी का मौका मिले।
बिहार में फिलहाल ब्राह्मण बनाम ठाकुर की राजनीतिक लड़ाई तेज होती दिखाई दे रही है। दरअसल पूरा का पूरा विवाद मनोज झा के राज्यसभा में दिए भाषण से शुरू हुआ। महिला आरक्षण बिल को लेकर जब संसद में बहस चल रही थी उसे समय राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने एक कविता सुनाई थी जिसमें ठाकुरों का जिक्र था। उसके कुछ दिनों बाद बिहार में अब यह बड़ा मुद्दा बन चुका है। राजद के ही विधायक चेतन आनंद ने यह मुद्दा उठाया और साफ तौर पर कहा कि इस तरह का बयान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा था कि वह लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर सारी बातें बताएंगे। चेतन आनंद पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे हैं।