By टीम प्रभासाक्षी | Mar 15, 2022
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को शिकस्त देने वाले शुभेंदु अधिकारी गंभीर आरोपों में घिर गए हैं। भारतीय जनता पार्टी छोड़ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए वरिष्ठ नेता जयप्रकाश मजूमदार और राजीव बनर्जी ने दावा किया कि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने 2021 के विधानसभा चुनाव में अनुचित साधनों का उपयोग किया था। मजूमदार ने संवाददाताओं से कहा कि अधिकारी ने उन्हें फोन किया और कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सीट गंवाने के लिए उन्हें काम करना है।
मजूमदार ने कहा मुझे याद है कि शुभेंदु ने 2 मई की रात को कहा था कि नंदीग्राम जीतने के लिए उन्हें हथकंडा अपनाना होगा। नंदीग्राम में मतगणना प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी। हथकंडे अपनाकर शुभेंदु ने अचानक ममता बनर्जी को पछाड़ दिया, जिन्हें शुरू में विजेता घोषित किया गया था।
आपको बता दें एक वक्त मजूमदार ममता बनर्जी के घोर आलोचक माने जाते थे। वहीं राज्य के पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी जो पिछले चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में थे और हार के बाद टीएमसी में लौट आए, ने भी दावा किया कि मजूमदार के दावे 100% सही हैं। बनर्जी ने कहा मैं जानता हूं कि शुभेंदु अधिकारी को निष्पक्ष तरीके से विजेता घोषित नहीं किया गया था। मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ममता बनर्जी को शुरू में नंदीग्राम सीट से विजेता बता दिया गया था, लेकिन बाद में यह ऐलान किया गया कि अधिकारी ने 1959 वोटों के अंतर से इस सीट पर ममता बनर्जी को हरा दिया है। ममता बनर्जी और उनकी पार्टी नेता भी श्रद्धांजलि बताया था, लेकिन बाद में टीएमसी इस मुद्दे पर चुप हो गई और ममता उपचुनाव में जीत कर विधानसभा पहुंच गई।
इन दोनों नेताओं के दावे को लेकर बीजेपी ने भी अब पलटवार किया है। बीजेपी ने उनके आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा है कि यह दोनों टीएमसी नेता अपना नंबर बढ़ाने के लिए इस तरह के दावे कर रहे हैं।