By रेनू तिवारी | Apr 19, 2025
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के न्यू सीलमपुर में गुरुवार शाम को कुणाल नाम के 17 वर्षीय लड़के की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। पुलिस के अनुसार, ज़िकरा नाम की एक स्थानीय महिला, जिसे कथित तौर पर 'लेडी डॉन' के नाम से जाना जाता है, को हिरासत में लिया गया है और हत्या के सिलसिले में उससे पूछताछ की जा रही है।
किसकी हत्या हुई?
पुलिस ने बताया कि 17 वर्षीय कुणाल नामक लड़के की कथित तौर पर हत्या कर दी गई, जब वह अपने बीमार पिता के लिए चाय बनाने के लिए दूध खरीदने के लिए बाहर निकला था। उन्होंने बताया कि उसे पास के जेपीसी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कुणाल सिंह की हत्या गुरुवार शाम करीब 7.30 बजे उसके घर से कुछ ही मीटर की दूरी पर की गई। कथित तौर पर उसे दूसरे समुदाय के लोगों ने मारा।
लेडी डॉन उर्फ ज़िकरा ने बताया- क्यों की गयी कुणाल की हत्या?
सीलमपुर हत्याकांड में लेडी डॉन उर्फ ज़िकरा ने कथित तौर पर कहा कि हमले का मकसद उसके चचेरे भाई पर पिछले हमले का बदला लेना था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुणाल की हत्या के पीछे का मकसद नवंबर 2023 में हुई एक घटना से जुड़ा है, जब ज़िकरा के चचेरे भाई साहिल पर हत्या के प्रयास का आरोप लगा था। उस हमले में कथित तौर पर कुणाल के करीबी दोस्त लाला और शंभू शामिल थे। ज़िकरा ने दावा किया कि उस हमले के दौरान कुणाल भी मौजूद था, लेकिन उसका नाम एफआईआर में नहीं लिखा गया क्योंकि उस समय वह नाबालिग था।
ज़िकरा और साहिल को लगता था कि कुणाल ने पहले के हमले की साजिश रची थी, इसलिए उन्होंने बदला लेने की योजना बनाई। जांचकर्ताओं के अनुसार, हाल ही में हुई हत्या नवंबर की घटना का बदला लेने के लिए की गई थी, जिसमें साहिल बाल-बाल बच गया था। साहिल और दिलशाद को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, दोनों ही हत्या के बाद से फरार हैं। पुलिस अपनी जांच जारी रखे हुए है और उसने अन्य साथियों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया है।
जिकरा से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे
पुलिस पूछताछ के दौरान लेडी डॉन जिकरा ने कुणाल हत्याकांड में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जांचकर्ताओं के अनुसार, जिकरा सक्रिय रूप से आठ से 10 नाबालिग लड़कों के एक समूह को अपना गिरोह बनाने के लिए तैयार कर रही थी। कुणाल की हत्या में इन नाबालिगों की भूमिका अब जांच का अहम हिस्सा है।
सीलमपुर इलाके में अपना दबदबा कायम करना चाहती थी जिकरा
जिकरा कथित तौर पर इन नाबालिग लड़कों का इस्तेमाल स्थानीय लोगों को धमकाने और सीलमपुर इलाके में अपना दबदबा कायम करने के लिए कर रही थी। उसे हथियारों का शौक था और वह अक्सर अपने लड़कों के समूह के साथ घूमती देखी जाती थी।
कहा जाता है कि कुणाल की हत्या से पहले जिकरा ने अपने नाबालिग गिरोह के सदस्यों को कुणाल की गतिविधियों की टोह लेने का निर्देश दिया था। उसे सूचना मिली कि कुणाल जीटीबी अस्पताल से निकल रहा है, जिसके बाद उसने अपने समूह को संगठित किया। तभी साहिल और दिलशाद ने कथित तौर पर कुणाल पर हमला किया और उसे चाकू घोंपकर मार डाला।
इसके अलावा, यह भी पता चला है कि ज़िकरा पहले ज़ोया के लिए बाउंसर के तौर पर काम कर रहा था, जो वर्तमान में जेल में बंद एक जानी-मानी हस्ती है। पुलिस अन्य आरोपियों का पता लगाने और ज़िकरा द्वारा संचालित आपराधिक नेटवर्क की पूरी सीमा को समझने के लिए अपनी जांच जारी रखे हुए है।