आखिर कोई भी कार लोन लेने के लिए कितना सिबिल स्कोर होना बेहद जरूरी है? जानिए विस्तार से

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By कमलेश पांडे | Feb 05, 2025

आखिर कोई भी कार लोन लेने के लिए कितना सिबिल स्कोर होना बेहद जरूरी है? जानिए विस्तार से

देश में नई आर्थिक नीतियों के लागू होने यानी 1990 के दशक के पहले के समय में मोटरकार यानी कार को विलासिता के साधन के रूप में जाना जाता था और इसके पास में होने का मतलब था कि आप बहुत बड़े अधिकारी, कारोबारी, राजनेता या फिर टूर ऑपरेटर हैं। हालांकि, अब बदल चुके समय में यह एक अत्यंत जरूरी चीज बन गई है,  जिसके बिना शहरों में काम करना मुश्किल हो जाएगा और शहरी जिम्मेदारियों के निर्वहन में काफी खर्चा आएगा। 


खासकर उनलोगों के लिए जिनकी दिनचर्या काफी व्यस्त है। ऐसे लोगों को कभी ऑफिस, कभी स्कूल, कभी बाजार, कभी यार-दोस्तों व रिश्तेदारों के पास या कभी हॉस्पिटल आना-जाना पड़ता है। वो भी कभी अहले सुबह तो कभी देर रात में। ऐसे में शान की सवारी कार बहुत काम आती है। अब तो यह डीजल, पेट्रोल, सीएनजी, हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिकल कई रूपों में मौजूद है। अपने विभिन्न फीचर्स के चलते अब इसकी कीमतें भी आसमान छूने लगी हैं। चूंकि शहरों में सामूहिक यातायात के साधन न तो सर्वसुलभ हैं और न ही किफायती। ऐसे में हर मध्यमवर्गीय मेहनतकश परिवार कार अवश्य लेना चाहता है। 

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यह बात अलग है कि बहुत से लोगों के पास कार खरीदने के लिए बाजिब पैसे भी नहीं होते हैं। ऐसे स्थिति में लोग निजी या सरकारी बैंकों से कार लोन लेकर अपनी मनपसंद कार खरीद रहे हैं। लोगों के इसी रुझान को बूस्टअप करते हुए बैंक या फाइनेंस कंपनियां तरह-तरह के ऑफर्स देकर गाड़ी खरीदने में मदद कर रही हैं और अच्छा मुनाफा हासिल कर रही हैं। वहीं, इस दौरान बहुत से लोग लोन लेन-देन सम्बन्धी कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़ता है। क्योंकि उनका सिबिल स्कोर खराब हो जाता है। 


इसके दृष्टिगत ही हम आपको यहां बता रहे हैं कि आखिर कार लोन लेने के दौरान आपको किन-किन जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आपका सिबिल स्कोर हमेशा 700 अंक के ऊपर रहे। ऐसे में कई लोगों का सवाल रहता है कि कोई भी कार लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना जरूरी है? यदि आप भी इस विषय में अपनी जानकारी बढ़ाना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए खास है। क्योंकि आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार पूर्वक बताने जा रहे हैं।


आपको पता होना चाहिए कि किसी भी कार लोन के लिए जो जरूरी न्यूनतम सिबिल स्कोर है, वह सम्बन्धित बैंक की पॉलिसी, आपकी आय, वर्तमान लोन के भुगतान सम्बन्धी आपकी प्रवृत्ति, आपकी नौकरी की स्थिरता, डाउनपेमेंट की धनराशि आदि विभिन्न फैक्टर्स को ध्यान में रखकर निर्धारित किया जाता है। यही वजह है कि अधिकतर कार लोन फाइनेंस करने वाली संस्थाएं यानी बैंक व फाइनांस कम्पनियां कार लोन देने के लिए 700 से ज्यादा सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को प्राथमिकता देती हैं, ताकि उनकी लोन जोखिम कम रहे। 


हालांकि, आपको यह भी पता होना चाहिए कि सिबिल स्कोर का अच्छा होना ही मतलब 700 से ऊपर होना ही कार लोन लेने के लिए जरूरी नहीं है। लिहाजा, 700 से कम सिबिल स्कोर वाले भी कार लोन ले सकते हैं। क्योंकि इसमें कई अन्य दूसरे फैक्टर्स का भी ख्याल रखा जाता है। हां, इतना जरूर है कि सिबिल स्कोर 700 से कम होने की  स्थिति में आपको कार लोन के लिए ज्यादा ब्याज दरों का भुगतान करना होगा। इसलिए बेहतर यही होगा कि कोई भी कार लोन लेने से पहले आप अग्रलिखित पांच महत्वपूर्ण  बातों का ध्यान रखें, अन्यथा आपको बाद में पछताना पड़ेगा।


आमतौर पर बहुत सारे लोग कार लोन लेने के दौरान कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिसका खामियाजा उन्हें आगे चलकर भुगतना पड़ता है। वहीं, बहुतेरे लोगों को अपने लोन को चुकाने में भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए हम यहां पर आपको पांच ऐसी बातों के बारे में बता रहे हैं जिसका ध्यान कोई भी कार लोन लेने के दौरान आपको रखना चाहिए। खासकर कार लोन लेने से पहले उसके प्रीपेमेंट या प्री-क्लोजर पेनाल्टी को चेक करें। साथ ही ऐसे लेंडर का चुनाव करें जो आपकी ग्राहक सेवा की जरूरतों को पूरा करें।


पहला, अपने क्रेडिट स्कोर को हमेशा अव्वल रखें। क्योंकि किसी भी बैंक की तरफ से जब आपको कार या फिर कोई भी अन्य लोन तब ही ऑफर किया जाता है, जबकि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा हो। इसलिए आपको अपने क्रेडिट स्कोर को हमेशा मेंटेन करके रखना चाहिए। खासकर आपको अपना क्रेडिट स्कोर 700 के ऊपर रखना चाहिए। ताकि आपको कार लोन मिलने में हमेशा ही आसानी रहे। वहीं, यदि आपका क्रेडिट स्कोर खराब है तो उसे सुधारने के लिए आपको अपने लोन की निर्धारित पेमेंट का भुगतान हमेशा समय के भीतर ही करें।


दूसरा, अपनी बजट क्षमता के मुताबिक लोन की अवधि सेट करवाएं। क्योंकि जब आपको कोई भी बैंक या फाइनेंस कंपनी अपेक्षित लोन देती है तो आपको एक निर्धारित डेडलाइन यानी समय सीमा देती है, जिसके अंदर ही आपको अपने लोन को चुकाना होता है। इसलिए मेरा सुझाव है कि जब भी आप लोन लें तो इस बात का जरूर ख्याल रखें कि बैंक की तरफ से आपको लोन चुकाने के लिए कितना समय दिया जा रहा है। क्योंकि जब लोन की अवधि ज्यादा होती है तो आपको हर महीने की किस्त कम जमा करनी पड़ती है, लेकिन ऐसे में आपको ब्याज दर ज्यादा चुकाना पड़ जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि आपको लोन अपनी बजट के मुताबिक ही सेलेक्ट करना चाहिए। ताकि आपको लोन के पुनर्भुगतान में कोई अड़चन नहीं आए।


तीसरा, विभिन्न बैंकर्स के ब्याज दर (इंटरेस्ट रेट) की तुलना करें और जहां से अपेक्षाकृत सस्ता ब्याजदर महसूस हो, उसे ही प्राथमिकता दें। क्योंकि बैंक कार लोन देने के साथ ही उस पर हर महीने इंट्रेस्ट एक तय ब्याज दर के मुताबिक ही लेती है। इसलिए हर बैंक और फाइनेंस कंपनी की अपनी अपनी ब्याज दर होती है। इसलिए किसी भी बैंक से लोन लेने से पहले उसके ब्याज दर के बारे में जरूर पता करें। इसके लिए आपको एक नहीं बल्कि कई बैंक के ब्याज दर को चेक करके उनका तुलनात्मक अध्ययन करना चाहिए। फिर जहां का प्रस्ताव सस्ता लगे, उसे वरीयता देनी चाहिए।


चतुर्थ, आपके बजट के अनुरूप हो लोन की धनराशि, अन्यथा पुनर्भुगतान संकट पैदा हो जाएगा। इस नजरिए से आपको कोई भी लोन लेने से पहले अपना बजट जरूर देखना चाहिए। साथ ही यह भी देखना चाहिए कि आप जो लोन ले रहे हैं, क्या उसे समय पर चुका पाएंगे। इसके साथ ही आपको इस बात का भी ख्याल रखना चाहिए आप हरेक महीने कितनी पेमेंट कर सकते हैं। इसी के मुताबिक ईएमआई कैलकुलेशन करवानी चाहिए। वहीं, किसी भी आपात स्थिति में आप इसकी भरपाई कैसे करेंगे, इस बारे में भी विचार कर लेंगे तो आपकी साख पर आंच नहीं आएगी।


पांचवां, बैंक लोन के अतिरिक्त शुल्क पर भी गौर करें। क्योंकि बैंक लोन देने के साथ ही उस पर कई तरह के चार्ज या सरचार्ज भी लगाती हैं। इसमें आवेदन शुल्क, ओरिजिनेशन फीस और प्रीपेमेंट पेनल्टी जैसे कई चार्जेस भी शामिल होते हैं। इसलिए आपको कोई भी लोन लेने से पहले इन चीजों के बारे में स्पष्ट रूप से पता कर लेना चाहिए और इस बात से भी अवगत हो जाना चाहिए कि इसमें कोई हिडेन शर्त नहीं है। क्योंकि अनुभव बताता है कि कतिपय बैंकों में कई बार यह चार्जेस बहुत ज्यादा होते हैं, जबकि कुछ में कम। लिहाजा, इसके बारे में आपको बैंक से पूरी जानकारी जरूर लेना चाहिए। इस बारे में बिना संतुष्ट हुए अपना कार लोन लेने में आपको किसी तरह की जल्दबाजी नहीं करना चाहिए।


जानकार बताते हैं कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट की तुलना में कार से सफर करना काफी सुविधाजनक होता है। इसी वजह से कई लोगों के पास निजी कार होती है, जिसकी मदद से आप अपने मनपसंद रास्तों का चुनाव करके जल्दी से गंतव्य स्थान तक पहुंच सकते हैं। इसके अलावा अपनी कार की मदद से आप अपने परिवार के साथ भी कहीं भी निकट या दूर सफर इत्मीनान पूर्वक कर सकते हैं। इसलिए कार की डिमांड बढ़ती जा रही है। हालांकि, कार लोन लेना भी कोई आसान काम नहीं है। क्योंकि इसमें आपकी क्रेडिट हिस्ट्री से लेकर सिबिल स्कोर, आपका वेतन कितना है, आपकी लोन भुगतान प्रवृति क्या है, आदि चीजों को देखा जाता है। वहीं अगर आपका सिबिल स्कोर खराब होता है तो इस स्थिति में आपके कार लोन के आवेदन को रद्द कर दिया जाता है। इसलिए इस विषय में आपको पूरी सावधानी बरतनी चाहिए।


- कमलेश पांडेय

वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार

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