By रेनू तिवारी | Jan 14, 2023
आफताब पूनावाला को कौन नहीं जानता। आफताब ने अपराध की दुनिया में एक बड़ा मुकाम हासिल कर चुका हैं। आफबात की गिनती उन चुनिंदा अपराधियों में की जाती हैं जिन्होंने हैवानियत की सारी हदों को पार कर दिया हैं। अफताब वहीं शख्स हैं जिसमें डेटिंग वेबसाइट के जरिए श्रद्धा वाकर के करीब आया और उसके साथ कई सालों तक लिव-इन पार्टनर की तरह रहा। जब श्रद्धा वाकर से उसका मन भर गया तब इस आफताब नाम के हैवान ने उसे गला दबाकर मार डाला और श्रद्धा वाकर के शरीर के 35 टुकड़े करके अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए।
इस पूरी वारदात को अंजाब आरोपी ने बड़े ही शातिर तरीके से दिए हैं। उसने एक क्राइम वेब सरीज से इस तरह के अपराध को करने की प्रेरणा ली थी। पुलिस को अफाताब ने खुब घुमाया कई झूठ बोले लेकिन पुलिस तो पुलिस है उसके हर झूठ की तह तक जाकर सच निकाल लाई। इस पूरे केस में मारने वाला हथियार क्या था उसका पता नहीं चल पा रहा था। अब पोस्टमार्टम रिपार्ट सामने आने के बाद पता चल गया हैं कि श्रद्धा वाकर को आफताब ने गला घौंट कर मारा थआ और आरी से उसके शरीर के टुकड़े किए थे।
आफताब पूनावाला मई 2022 में अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वाकर की हत्या कर दी थी। उसने महिला के शरीर को टुकड़ों में काटने के लिए आरी का इस्तेमाल किया था। इसक बात का खुलासा उसकी हड्डियों की एक शव परीक्षा से हुआ हैं। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को एम्स में पोस्टमॉर्टम विश्लेषण के लिए 23 बरामद हड्डियों को सौंप दिया।
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस जनवरी के आखिरी हफ्ते में साकेत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर सकती है। सूत्रों ने बताया कि जिस आरी और ब्लेड से शव को कथित तौर पर काटा गया था, उसे कथित तौर पर गुरुग्राम के एक हिस्से में झाड़ियों में फेंक दिया गया था, जबकि मीट क्लीवर को दक्षिणी दिल्ली में एक कूड़ेदान में फेंक दिया गया था।
सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण दिल्ली के महरौली वन क्षेत्र से प्राप्त की गई टूटी हुई हड्डियों के साथ श्रद्धा वाकर के पिता के डीएनए के मिलान के बाद ऑटोप्सी की गई थी। दिल्ली पुलिस को आफताब के पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट की विस्तृत रिपोर्ट भी मिल गई थी। वॉकर के शरीर के अंगों की तलाश के दौरान पुलिस ने शुरू में इलाके से हड्डियों के 13 टुकड़े बरामद किए थे।
आफताब ने कथित तौर पर 18 मई को श्रद्धा का गला घोंट दिया और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काट दिया, जिसे उसने कई दिनों तक शहर भर में फेंकने से पहले दक्षिणी दिल्ली के महरौली में अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा। पूनावाला को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था और पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था, जिसे 17 नवंबर को पांच दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया था।