By रितिका कमठान | Nov 16, 2022
श्रद्धा हत्याकांड मामले में दिल्ली पुलिस अब आरोपी आफताब का नार्को टेस्ट कराएगी। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नार्को टेस्ट कराने की इजाजत दे दी है। इसके लिए पुलिस ने 15 नवंबर को साकेत कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी। पुलिस जानने की कोशिश में जुटी है कि कहीं आरोपी आफताब अब भी पुलिस से किसी तरह की जानकारी तो नहीं छिपा रहा है। पुलिस मामले में मनोवैज्ञानिक की भी मदद ले रही है ताकि ये समझा जा सके कि इतनी हैवानियत करने के लिए आफताब की मानसिक स्थिति क्या थी।
माना जा रहा है कि अगर कोर्ट ने आरोपी आफताब की नार्को टेस्ट किए जाने की मंजूरी मिलने के बाद पुलिस को सबूत जुटाने में मजबूती मिलेगी। दरअसल पुलिस के पास साक्ष्य जुटाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और वैज्ञानिक परीक्षण का उपाय ही एकमात्र रास्ता बचा है। संभावना है कि आरोपी का नार्को टेस्ट जल्द से जल्द किया जाएगा। दरअसल दिल्ली पुलिस को आशंका है कि आफताब अपने बयान से मुकर सकता है या वो जांच को गुमराह करने का प्रयास कर सकता है। अभी आरोपी आफताब पांच दिन की पुलिस रिमांड पर है।
माना जा रहा है कि नार्को टेस्ट के लिए दिल्ली पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। आरोपी से लगभग 100 सवाल पूछे जाएंगे, जो आरोपी द्वारा अबतक बताए गए तथ्यों के आधार पर होगा। इन सवालों और उसके जवाब के आधार पर ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। पुलिस के पास श्रद्धा की खोपड़ी और हत्या में इस्तेमाल हुई आरी का पता लगाना भी मुख्य टास्क है।
तीन बार क्राइम सीन हुआ रिक्रीएट
आरोपी के साथ दिल्ली पुलिस तीन बार क्राइम सीन रिक्रीएट कर चुकी है। इसके बाद भी आरोपी के आरोप को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत दिल्ली पुलिस के पास नहीं है। जानकारी के मुताबिक पुलिस आरोपी बेहद शातिर है क्योंकि उसने काफी रिसर्च और छानबीन करने के बाद घटना को अंजाम दिया है। हत्या में उपयोग हुए हर तरीके को आरोपी ने मिटाने की कोशिश की है।
जानिए क्या होता है नार्को टेस्ट
नार्को टेस्ट आरोपी द्वारा सच्चाई ना बताने की स्थिति में किया जाता है। अगर आरोपी जानकर या अनजाने में सच्चाई से बच रहा है तो उसका नार्को टेस्ट करवाया जाता है। इस टेस्ट की मदद से आरोपी के मन की बातों को बाहर लाया जा सकता है। आपराधिक मामलों में आरोपी द्वारा सच उगलवाने के लिए नार्को टेस्ट का प्रयोग किया जाता रहा है। नार्को टेस्ट हमेशा जांच अधिकारी, मनोवैज्ञानिक, डॉक्टर और फोरेंसिक एक्सपर्ट की उपस्थिति में होता है।
फ्रीज में रखे थे टुकड़े
आरोपी आफताब ने पुलिस को सामान्य पूछताछ में बताया है कि श्रद्धा की हत्या के बाद उसने अपनी लिव इन पार्टनर का कटा हुआ सिर फ्रीज में सहेज कर रखा हुआ था। वो 18 दिनों तक उसके कटे सिर को फ्रीज में रखे रहा। वो कई बार फ्रीज में उस सिर को देखता था और याद करता था कि उसने श्रद्धा के साथ कितने अच्छे पल बिताए थे।