By अभिनय आकाश | Dec 17, 2024
राजनीति में परमानेंट दुश्मन या दोस्त नहीं होते। केवल निजी हित ही सबसे ऊपर होते हैं। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण समारोह से ठीक पहले सबको चौंका दिया। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को निमंत्रण देकर ट्रंप ने ऐसा कदम उठाया जिसने भारत और रूस जैसे देशों को हैरान कर दिया। डोनाल्ड ट्रंप जो अपने चुनावी कैंपेन में चीन पर लगातार हमलावर रहे हैं वो आज उसी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को बुला रहे हैं। ये कदम न केवल चौंकाने वाला है बल्कि वैश्विक राजनीति के समीकरणों को बदलने वाला भी हो सकता है।
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मार-ए-लागो में टिकटॉक के सीईओ शौ ज़ी च्यू से मुलाकात की है। सोशल मीडिया दिग्गज शौ ज़ी च्यू सुप्रीम कोर्ट से अमेरिका में इसके उपयोग पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून को अस्थायी रूप से रोकने के लिए कह रहे थे। ट्रम्प के संचार उप निदेशक, मार्गो मार्टिन के फुटेज में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को यह कहते हुए दिखाया गया है कि उनके दिल में ऐप के लिए वॉर्म स्पेस है। उनका मानना है कि इससे उन्हें युवा मतदाताओं को आकर्षित करने में मदद मिली। ट्रम्प ने मूल रूप से टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की थी, लेकिन तब से वह पलट गए हैं और उस प्रतिबंध का विरोध करने का वादा किया है, जिसके तहत जनवरी के अंत से पहले अमेरिका में ऐप को बंद कर दिया जाएगा।
बाइटडांस ने अमेरिका की संघीय सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया है. चीन का कहना है कि टिकटॉक के खिलाफ उनका बनाया गया कानून असंवैधानिक है क्योंकि इसे 170 मिलियन अमेरिकी इस्तेमाल करते हैं और बैन से उनकी फ्री स्पीच पर असर पड़ेगा। हालांकि, अमेरिकी फेडरल कोर्ट ने इन आरोपों को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि अमेरिका का कोई भी कानून किसी भी तरह से 'फ्री स्पीच' को नहीं रोकता है।
ट्रंप ने चुनावी कैंपेन के दौरान चीन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि चीन ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया। उन्होंने चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की बात कही। चीन अमेरिका का सबसे बड़ा दुश्मन है ये बयान ट्रंप के हर भाषण में गूंजता था। लेकिन 2025 में शपथ से पहले ट्रंप के सुर नरम नजर आ रहे हैं। ये ट्रंप की नई चाल भी हो सकती है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट की माने तो ट्रंप ने खुद शी जिनपिंग को आमंत्रण भेजा है।