नयी दिल्ली। पाकिस्तान का भुवनेश्वर में छह जुलाई से होने वाली एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेना अब भी सुनिश्चित नहीं है क्योंकि भारत सरकार ने अभी तक उसके खिलाड़ियों के लिये वीजा जारी नहीं किये हैं। पड़ोसी देश बांग्लादेश की टीम भुवनेश्वर पहुंच गयी है जबकि श्रीलंका, भूटान और मालदीव की टीमें भी अगले कुछ दिनों में वहां पहुंच जाएंगी लेकिन पाकिस्तान को लेकर भारतीय एथलेटिक्स संघ (एएफआई) ने स्पष्ट किया कि उसे न्यौता दिया गया है लेकिन अब इस पर फैसला करना सरकार काम है। सुमरिवाला ने कहा, 'हमने पाकिस्तान को न्यौता दिया है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की संहिता के अनुसार हमें सभी देशों को निमंत्रण भेजने होते हैं और हमने पाकिस्तान को भी भी न्यौता दिया है। उसने अपनी प्रविष्टियां भेजी हैं। अब उसके खिलाड़ियों को वीजा देना या नहीं देना भारत सरकार का काम है।'
सुमरिवाला से पूछा गया कि पाकिस्तान ने कितने एथलीटों की प्रविष्टि भेजी है, उन्होंने कहा, 'मैं अभी इस बारे में नहीं बता सकता। उन्होंने अपनी प्रविष्टियां भेजी है और यह प्रक्रिया मंगलवार रात 12 बजे समाप्त हो गयी है। सभी प्रविष्टियां एशियाई एथलेटिक्स संघ (एएए) के पास गयी हैं।' उन्होंने इसके साथ ही कहा कि जब भारत क्रिकेट और हॉकी में पाकिस्तान से खेल रहा है तो फिर एथलेटिक्स में दिक्कत नहीं होनी चाहिए। सुमरिवाला ने कहा, 'हम क्रिकेट और हॉकी में उनके साथ खेल रहे हैं। हमने भारत सरकार से संपर्क किया है। हमने गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से संपर्क किया है। हमने अपनी तरफ से सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। अब सब कुछ सरकार पर निर्भर है।' भारत भले ही अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में पाकिस्तान से क्रिकेट और हाकी में मैच खेलता रहा है लेकिन सरकार ने स्पष्ट कर रखा है कि वह सीमा पार आतंकवाद के बंद नहीं होने तक अपने पड़ोसी देश से द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेलेगा।