काबुल। अफगानिस्तान के एक अधिकारी ने बताया कि तालिबान के वार्ताकार सत्ता के ‘‘हस्तांतरण’’ की तैयारी के लिए राष्ट्रपति के आवास पहुंचे। अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर रविवार को बताया कि इस मुलाकात का उद्देश्य तालिबान को शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता सौंपना है।
बता दें कि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की सरकार देश पर नियंत्रण खोने के कगार पर आ चुकी है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, काबुल एकमात्र प्रमुख शहर बचा हुआ है, राष्ट्रपति को तालिबान के सामने आत्मसमर्पण करने या राजधानी पर कब्जा करने की लड़ाई के बीच एक कठिन विकल्प का सामना करना पड़ सकता है।कयास लगाए जा रहे थे कि वह अपने इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं।
तालिबान ने कहा कि उनकी ताकत के बल पर सत्ता लेने की योजना नहीं है।आपको बता दें कि, अफगानिस्तान में सत्ता हस्तातंरण के लिए अली अहमद जलाली और मुल्ला बरदार काबुल पहुंचे थे और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी जलाली को सत्ता सौपेंगे। जलाली अफगानिस्तान के पूर्व आंतरिक मंत्री रह चुके है।