खीरे का सेवन अक्सर लोग बतौर सलाद करते हैं। वैसे अन्य कई तरह के व्यजंन जैसे रायता, बर्गर, सैंडविच आदि में भी इसका प्रयोग बखूबी किया जाता है। यूं तो खीरा गुणों की खान है। यह शरीर में पानी की कमी को दूर करने के साथ−साथ अन्य कई तरह के पोषक तत्व प्रदान करता है। लेकिन इसे अगर आवश्यकता से अधिक मात्रा में खाया जाए तो इससे कई तरह के नुकसान भी हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं अत्यधिक मात्रा में खीरा खाने से होने वाले कुछ नुकसानों के बारे में।
शरीर में सूजन
खीरे का अत्यधिक सेवन शरीर के विभिन्न अंगों में सूजन की समस्या को जन्म दे सकता है। दरअसल, खीरे में कुकुर्बिटाइन्स नामक एक विषैला तत्व पाया जाता है और जब इस तत्व की अधिकता शरीर में हो जाती है तो इससे शरीर के कई अंग जैसे लीवर, गुर्दा, अग्नाश्य आदि अनेक भागों में सूजन होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। इतना ही नहीं, जब यह कुकुर्बिटाइन्स नामक तत्व शरीर में अधिक मात्रा में जाता है तो इससे पेट संबंधी समस्याएं जैसे डायरिया, पेट में ऐंठन व पेट फूलना आदि परेशानी व्यक्ति को हो सकती है।
गर्भावस्था में संभलकर
यूं तो गर्भावस्था में खीरा खाने का कोई गंभीर नुकसान नहीं है, लेकिन जब इस अवस्था में खीरे का सेवन अत्यधिक मात्रा में किया जाता है तो इसमें मौजूद पानी के कारण महिला का यूरिनरी फंक्शन गड़बड़ा जाता है। जिसके कारण उसे बार−बार मूत्र विसर्जन के लिए जाना पड़ता है। ऐसे में उसे काफी तकलीफ हो सकती है।
सही हो समय
खीरे का वास्तविक लाभ तभी प्राप्त होता है, जब इसे सही समय पर खाया जाए। कई बार पोषक युक्त चीजों का गलत समय पर सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। यह बात खीरे के संदर्भ में भी लागू होती है। खीरे का सेवन सुबह या दोपहर के समय ही करना चाहिए। रात्रि के समय इसका सेवन कई तरह की परेशानियों का कारण बन सकता है। दरअसल, खीरे की तासीर ठंडी होती है और जिन लोगों को कफ या सांस संबंधी परेशानी होती है, रात में इसका सेवन करने से उनकी परेशानी कहीं अधिक बढ़ सकती है।
इसका रखें ध्यान
खीरा खाते समय कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए ताकि इससे व्यक्ति को किसी तरह की परेशानी न हो। सबसे पहले तो इसे नियंत्रित मात्रा में ही खाएं। कहते हैं कि किसी भी चीज की अति क्षति का कारण बनती है। यही नियम खीरा खाने में भी लागू होता है। इसके अतिरिक्त जब भी खीरा खाएं तो उसके बाद तुरंत पानी पीने से परहेज करें। इससे भी स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
-मिताली जैन