By अभिनय आकाश | Jul 23, 2022
महाराष्ट्र में शिवसेना को लेकर एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के खेमे के बीच की लड़ाई वैसे तो चुनाव आयोग के दरवाजे पर पहुंच चुकी है। चुनाव आयोग की तरफ से दोनों धड़ों को अपने-अपने दावों के आधार पर साक्ष्य प्रस्तुत करने की बात कहते हुए 8 अगस्त की तारीख दे दी है। वहीं संजय राउत की तरफ से दिल्ली पर पार्टी को खत्म करने का आरोप लगाया है। वहीं आदित्य ठाकरे की तरफ से शिवसेना पर लगातार अपनी पकड़ खोने के बाद वापस लौटने वालों' के लिए आदित्य ठाकरे ने संदेश दिया है।
महाराष्ट्र में सत्ता खोने के हफ्तों बाद शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने पार्टी के बागी नेताओं को एक संदेश देते हुए कहा कि जो चाहते हैं, वे वापस आ सकते हैं। बता दें कि किसकी होगी शिवसेना इसको लेकर जंग जारी है। लेकिन इन सब के बीच आदित्य ठाकरे से उद्धव और एकनाथ शिंदे गुटों के सुलह की संभावना के बारे में पूछा गया था। जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि जो लोग हमारे साथ विश्वासघात कर रहे हैं, मैंने उनसे कहा है कि अगर तुम वापस आना चाहते हो, दरवाजा हमेशा खुला है।
इंडिया टुडे से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र में उनकी सरकार को 'अवैध और असंवैधानिक' करार देते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित पार्टी के बागी विधायकों पर निशाना साधा। आदित्य की तरफ से बयान महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के विद्रोह से उत्पन्न राजनीतिक संकट के हफ्तों बाद आता है। पिछले महीने एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। बाद में, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को "पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त" के लिए सभी पार्टी पदों से हटा दिया। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट द्वारा मुख्यमंत्री शिंदे को शिवसेना के नेता के रूप में चुनने का प्रस्ताव पारित करने के साथ शिवसेना को लेकर दोनों ही धड़ों में लड़ाई जारी है। बैठक में, शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ एकनाथ शिंदे के विद्रोह के दौरान उद्धव ठाकरे को अपना समर्थन देने वाले 14 विधायकों ने भी पार्टी के कार्यकारी सदस्यों की नियुक्ति के प्रस्तावों को अपनाया।