By अंकित सिंह | May 16, 2022
इन दिनों गौतम अडानी और उनके परिवार को लेकर एक खबर सुर्खियों में है। खबर के मुताबिक गौतम अडानी या उनकी पत्नी प्रीति अडानी को आंध्र प्रदेश से राज्यसभा भेजा जा सकता है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा हो रही है। इन सब के बीच इस खबर को लेकर अब अडानी ग्रुप की सफाई आ गई है। अडानी ग्रुप ने इस तरह की खबर को पूरी तरह से खारिज कर दिया है और अपने बयान में कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग अपने हित साधने के लिए इस प्रकार की मीडिया खबरों में हमारा नाम खींच रहे हैं। न तो गौतम अदानी, न प्रीति अडानी और न ही अदानी परिवार के किसी अन्य सदस्य को राजनीति में करियर बनाने या राजनीतिक दल में शामिल होने में कोई रुचि है।
इस सफाई के बाद अब अडानी परिवार के राज्यसभा जाने के खबरों पर विराम लग सकता है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर इस तरह की खबरों को हवा कहां से मिली? दरअसल, 10 जून को राज्यसभा के लिए चुनाव होने हैं। दावा किया जा रहा था कि आंध्र प्रदेश के 4 राज्य सभा सीटों में से 1 सीट अडानी परिवार को जा सकता है। अटकलों के मुताबिक प्रीति अडानी को सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस की ओर से राज्यसभा भेजा जा सकता था। हालांकि इस को लेकर अब विराम लग गया है। दरअसल, अडानी समूह राज्य में कई परियोजनाएं चला रहा है और हाल में कई मौकों पर गौतम अदानी तथा मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के बीच निजी तौर पर बातचीत हुई है।
रोचक बात यह है कि अडानी के बयान ने एक नए संभावित उम्मीदवार के बारे में अटकलों को मजबूती प्रदान की है। यह हैं एक अन्य उद्योगपति चलामलसेट्टी सुनील, जिन्होंने 2019 में काकीनाडा लोकसभा सीट से तेलुगु देसम पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और असफल रहने के बाद वह वाईएसआर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। सुनील की कंपनी ग्रीनको एनर्जी कुर्नूल जिले में एकीकृत नवीकरणीय ऊर्जा भंडारण परियोजना चला रही है जिसे दुनिया में अपनी तरह की अनोखी परियोजना बताया जा रहा है। जगन मोहन 17 मई को इस परियोजना का दौरा करेंगे। वाईएसआरसी कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि जातीय समीकरण के हिसाब से और अब अदानी के इस दौड़ में शामिल नहीं होने के बाद, सुनील राज्यसभा के उम्मीदवार हो सकते हैं।