भोपाल में दिखी प्रशासन की सख्ती, बीजेपी के पूर्व विधायक और नेता पर मास्क न लगाने के चलते हुई कार्यवाही

By सुयश भट्ट | Jan 06, 2022

भोपाल। भोपाल में बढ़ते कोरोना को देखते हुए प्रशासन ने सख्ती तेज कर दी है। इसी बीचभोपाल कलेक्टर अविनाश लावनिया और एएसपी सचिन अतुलकर ने न्यू मार्किट पहुंच कर औचक निरीक्षण किया। इस दौरान प्रशासन के अधिकारियों ने मास्क नही लगने वाले लोगों पर चालानी कार्रवाही की और साथ ही लोगों को सार्वजनि स्थानों पर मास्क लगाए रखने के निर्देश दिए। 

दरअसल जिला प्रशासन की टीम ने बिना मास्क के लोगों के 100-100 रुपए के चालान बनाए। वहीं कलेक्टर ने कहा की जो सरकार ने गाइडलाइंस जारी की वो स्पष्ट हैं शादियों में अब केवल 250 लोग को ही शामिल होने की अनुमति रहेगी, बड़े मेलों का आयोजन नहीं होगा।

इसे भी पढ़ें:BJP प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने किया उज्जैन महाकाल मंदिर में पीएम मोदी की लंबी उम्र के लिए महामृत्युंजय जाप 

उधर भोपाल के गोविंपुरा दशहरा मौदान में चल रहे भोजपाल मेले को लेकर कहा कि उसके लिए गाईडलाईन स्पष्ट है, बड़ा जनसमूह कही भी एकत्रित नहीं होगा। लोगों से अपील है की मास्क आवश्य लागाए। उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले में बढ़ोतरी हो रही है।

वहीं जब कलेक्टर और एएसपी औचक निरीक्षण के दौरान मार्केट में पहुंचें तो उस दौरान बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह और बीजेपी नेता नितिन दुबे न्यू मार्किट स्थित समता चौक पर बिना मास्क के दिखाई दिए। जिसके बाद ACP सचिन अतुलकर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इन पर कार्रवाही करो। जिसके बाद दोनो ने नेताओ के खिलाफ अधिकारियों ने चलानी कार्रवाही की। इसी के साथ साथ कलेक्टर ने दोनों को मास्क लगाने की समझाइश भी दी।

इसे भी पढ़ें:गृह मंत्री ने दिया बड़ा बयान, कहा- एमपी में नहीं लगेगा लॉकडाउन 

आपको बता दें कि भोपाल एएसपी सचिन अतुलकर ने कहा की कोरोना से बचाने के लिए मास्क लगाना सबसे ज़्यादा आवश्यक है। सभी से अपील है मास्क का प्रयोग ज़रूर करें। उन्होंने कहा की मास्क नहीं लगाने और कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वाले लोगों पर नगर निगम और पुलिस की संयुक्त कार्रवाही की जाएगी। 

प्रमुख खबरें

Devendra Fadnavis को महाराष्ट्र का CM बनाने की मांग, सड़कों पर लगाए गए पोस्टर

मैं आधुनिक अभिमन्यु हूं, चक्रव्यूह तोड़ना जानता हूं... महाराष्ट्र में बंपर जीत के बाद बोले देवेंद्र फडणवीस

Kharmas 2024: कब से खरमास शुरु हो रहा है? जानें तिथि, उपाय और इसका महत्व

Hemant Soren का किला क्यों नहीं हिला पाई बीजेपी? झारखंड चुनाव के 5 बड़े टर्निंग फैक्टर क्या रहे?