By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 23, 2023
लेखा नियामक राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण (एनएफआरए) ने ऑडिट गुणवत्ता जांच के दौरान क्षेत्र से जुड़ी चार बड़ी कंपनियों के खिलाफ कुछ चूक के मामले पाये हैं। प्राधिकरण ने डेलॉयट, हास्किन्स एंड सेल्स, बीएसआर एंड कंपनी, एसआरबीसी एंड कंपनी और प्राइस वॉटरहाउस चार्टर्ड अकाउंटेंट्स - कंपनियों का ऑडिट गुणवत्ता निरीक्षण किया। बीएसआर एंड कंपनी एलएलपी और एसआरबीसी एंड कंपनी एलएलपी क्रमशः केपीएमजी और ईवाई से जुड़ी कंपनियां हैं। पीडब्ल्यूसी, डेलॉयट, ईवाई और केपीएमजी ऑडिट क्षेत्र में चार प्रमुख वैश्विक कंपनियां हैं। इन्हें ‘बिग 4’ के रूप में भी जाना जाता है। एनएफआरए ने शुक्रवार को अलग-अलग रिपोर्ट में कहा कि 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए ऑडिट कंपनियों का निरीक्षण पिछले साल दिसंबर में शुरू किया गया था।
इसमें विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया था, जिसमें कंपनियों के स्तर पर गुणवत्ता नियंत्रण की समीक्षा, गुणवत्ता नियंत्रण पर मानकों (एसक्यूसी -1) के अनुपालन का मूल्यांकन और वित्तीय विवरणों के वार्षिक वैधानिक ऑडिट के चयनित ऑडिट दस्तावेज शामिल थे। नियामक ने डेलॉयट, हास्किन्स एंड सेल्स के मामले में छह कमियों को चिह्नित किया है। इसमें ऑडिट कंपनी ने आवश्यकतानुसार एक कार्य में ऑडिट जोखिम का पुनर्मूल्यांकन और पुनर्वर्गीकरण नहीं किया है। जबकि नियमों के अनुसार यह जरूरी है। एनएफआरए ने बीएसआर के संबंध में छह टिप्पणियां की हैं। इनमें दस्तावेज की कमी और कंपनी के प्रशासन और प्रबंधन संरचना के बारे में अपर्याप्त स्पष्टीकरण शामिल है। अन्य बातों के अलावा, इसमें कहा गया है कि ऑडिट कंपनी ने इस निरीक्षण के दौरान केपीएमजी नेटवर्क संस्थाओं और कंपनी के ऑडिट ग्राहकों को उन संस्थाओं द्वारा प्रदान की गई गैर-ऑडिट सेवाओं का विवरण उपलब्ध नहीं कराया।
एसआरबीसी के संबंध में नियामक ने कहा कि ऑडिट दस्तावेज की सचाई सुनिश्चित करने के लिए ऑडिट कंपनी की नीतियां और प्रक्रियाएं कुछ मानकों के अनुरूप नहीं है। प्राधिकरण ने प्राइस वॉटरहाउस चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के मामले में कहा कि ऑडिट कंपनी अपनी आंतरिक गुणवत्ता निगरानी नीति और प्रक्रिया के तहत व्यक्तिगत ऑडिट फाइल के नमूने का निरीक्षण करती है और निरीक्षण दल समीक्षा के लिए कुछ ऑडिट क्षेत्रों का चयन करते हैं। हालांकि, निरीक्षण दल के समीक्षा के लिए इन विशिष्ट लेखापरीक्षा क्षेत्रों के चयन के औचित्य या मानदंड को समझाने वाला कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं है।