By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 06, 2020
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्रों और शिक्षकों से हुई मारपीट की घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा का छात्र संगठन जेएनयू को अपनी विचारधारा में ढालना चाहता है। अखिलेश ने यहां संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि जेएनयू में शिक्षकों और छात्रों पर बाकायदा योजना बनाकर हमला किया गया। उन्होंने कहा कि जेएनयू प्रशासन को पता था कि हमलावर अपना काम करके किस समय तक परिसर से बाहर चले जाएंगे और तब तक पुलिस भी बाहर इंतजार करती रही कि कब प्रशासन की अनुमति मिले और वह परिसर के अंदर जाए।
इसे भी पढ़ें: राहुल और प्रियंका पर बरसे अमित शाह, कहा- CAA पर अल्पसंख्यकों को कर रहे हैं गुमराह
अखिलेश ने कहा कि सवाल यह है कि पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में दाखिल होने के लिये क्या कोई अनुमति ली थी? उन्होंने कहा कि भाजपा का छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) जेएनयू छात्रसंघ और विश्वविद्यालय प्रशासन पर कब्जा करके राजनीतिक दुष्प्रचार करना चाहता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा यह भी नहीं चाहती कि कोई गरीब छात्र जेएनयू में पढ़े। सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता लोकतंत्र को बर्बाद करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस अच्छी तरह जानती है कि जेएनयू में हिंसा किसने की और दुनिया जानना चाहती है कि यह किसका षड्यंत्र है।
इसे भी पढ़ें: आर्थिक मुद्दों पर केंद्र को बदनाम करने का प्रयास कर रही हैं कई ताकतें: राजनाथ
इससे पहले, अखिलेश ने रविवार देर रात ट्वीट कर कहा जेएनयू में जिस तरह नकाबपोश अपराधियों ने छात्रों और अध्यापकों पर हिंसक हमला किया है, वह बेहद निंदनीय है। इस विषय में तत्काल उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिये। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जेएनयू में छात्रों और शिक्षकों पर हुआ हमला यह दिखाता है कि सरकार डर दिखाकर राज करने के लिये किस हद तक गिर सकती है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा हिंसा और नफरत फैलाकर समाज का ध्रुवीकरण करना चाहती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भाजपा के उदण्ड सिपाहियों की तरह काम कर रही है।