Assam Flood | बाढ़ से प्रभावित करीब 60,000 लोग घर लौटने की स्थिति में नहीं, सीएम हिमंत बिस्वा सरमा का बयान

By रेनू तिवारी | Jul 09, 2022

असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है बाढ़ के कहर में अबतक 190 से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके हैं। वहीं कुछ नए इलाके जलमग्न हो गए। इसके अलावा बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या में भी थोड़ा इजाफा हुआ है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि 30,000 से 60,000 लोग ऐसे हैं जो बाढ़ से हुए नुकसान के कारण अपने घरों को लौटने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने असम बाढ़ को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। 

 

इसे भी पढ़ें: Amarnath Cloudburst | अमरनाथ में बादल फटने से अब तक 16 लोगों की मौत, करीब 40 श्रद्धालु अभी भी लापता


मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने कहा, अभी तक आकलन चल रहा है कि 30,000 से 60,000 लोग ऐसे हैं जो घर लौटने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने हमें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सरमा ने कहा कि इस बार राज्य में तुलनात्मक रूप से अधिक बारिश हुई है। 

 

इसे भी पढ़ें: जयशंकर के साथ बैठक में ब्लिंकन ने भारत को अमेरिका का मजबूत सहयोगी बताया


असम में लगातार बारिश से राज्य में भारी बाढ़ आ गई, जहां लाखों लोग प्रभावित हुए। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने एक दैनिक अपडेट में कहा कि 14 जिलों के 620 गांव अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं। लगभग 9 लाख लोग अभी भी पानी के प्रभाव का सामना कर रहे थे और 14,000 हेक्टेयर से अधिक फसल क्षेत्र पानी के नीचे था। पिछले 24 घंटों में, राज्य में बाढ़ के कारण तीन नई मौतें दर्ज की गईं। उस समय, बाढ़ ने असम में सड़कों, पुलों, तटबंधों और अन्य बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया है। अधिकारी फिलहाल 14 जिलों में 173 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं। जहां कुछ इलाकों में लोग अपने घरों को लौट रहे हैं, वहीं करीब 75,000 लोग अब भी इन राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।

 

बक्सा, बारपेटा, विश्वनाथ, डिब्रूगढ़, होजई और कामरूप जिलों में भारी जल प्रवाह के कारण बड़ा कटाव देखा गया है। जब बाढ़ शुरू हुई, तो 31 जिलों में 40 लाख से अधिक लोग और 33 लाख से अधिक जानवर प्रभावित हुए थे। एएसडीएमए के बुलेटिन में कहा गया है कि 8,88,177 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, जबकि राज्य का कछार जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है क्योंकि यहां 5.63 लाख से अधिक लोग संकट में हैं। राज्य में 75,000 से अधिक लोगों ने 173 राहत शिविरों में शरण ली है, जबकि अन्य 19 राहत वितरण केंद्र भी चालू हैं।


प्रमुख खबरें

IPL 2025 Mega Auction में 574 खिलाड़ियों के नाम पर लगेगी बोली, जानें कौन हैं सबसे युवा और उम्रदराज खिलाड़ी

Jhansi hospital fire मामले में PM Modi ने कहा, ये घटना ‘दिल दहला देने वाली’, 10 नवजात की जलने से हो गई थी मौत

एनसीबी ने 80 किलोग्राम से अधिक कोकीन जब्त की, मादक पदार्थ रैकेट पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी: शाह

चेन्नई: अपार्टमेंट में चूहा मारने वाले रसायन के छिड़काव से दो बच्चों की मौत, माता-पिता की हालत गंभीर