By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 21, 2019
नयी दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक करने संबंधी एक साइबर विशेषज्ञ के दावे की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि ईवीएम से जुड़े ‘संदेह’ को खत्म करने के लिए चुनाव आयोग आगामी लोकसभा चुनाव में 50 फीसदी वीवीपैट का मिलान सुनिश्चित करे।
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘दुनिया में कुछ चुनिंदा देशों में ईवीएम का उपयोग हो रहा है। कुछ देशों में जहां इसका उपयोग हो रहा था, वहां अब नहीं हो रहा है। हम चाहते थे कि मतपत्रों से चुनाव हों, लेकिन अब दो-तीन महीने का समय है इसलिए फिलहाल मतपत्रों से चुनाव संभव नहीं है। ऐसे में वीवीपैट की 50 फीसदी पर्चियों का मिलान होना चाहिए। चुनाव आयोग को तय करना चाहिए कि समुचित मात्रा में वीवीपैट की पर्चियों का मिलान हो।’
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उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘आपको पता है कि कुछ मशीनों से खिलवाड़ किया जाता है। आंशिक रूप से किया जाता है। अगर लोकतंत्र में ईवीएम को लेकर इतना भयावह संदेह है तो इस संदेह को हटाने के लिए 50 फीसदी पर्चियों की मिलान होनी चाहिए।’ सिंघवी ने कहा कि साइबर विशेषज्ञ के दावे को देखने के बाद ही वह इसपर टिप्पणी करेंगे। दरअसल, अमेरिका में राजनीतिक शरण चाहने वाले एक भारतीय साइबर विशेषज्ञ ने सोमवार को दावा किया कि भारत में 2014 के आम चुनाव में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के जरिये ‘धांधली’ हुई थी। उसका दावा है कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है।
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स्काईप के जरिये लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शख्स ने दावा किया कि 2014 में वह भारत से पलायन कर गया था क्योंकि अपनी टीम के कुछ सदस्यों के मारे जाने की घटना के बाद वह डरा हुआ था। शख्स की पहचान सैयद शुजा के तौर पर हुई है।