By अभिनय आकाश | Jun 27, 2022
महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट गहराता गया, शिवसेना के कई कार्यकर्ता पूरे महाराष्ट्र में पार्टी के विद्रोहियों के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। उद्धव ठाकरे और बागी नेता एकनाथ शिंदे के बीच शिवसेना पर नियंत्रण की लड़ाई के बीच दिन भर दावे और प्रतिवाद सामने आते रहे। वहीम सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र राज्य विधानसभा में एकनाथ शिंदे और अन्य बागी विधायकों के लिए लिखित पुनर्विचार याचिका दायर करने का समय बढ़ा दिया। एकनाथ शिंदे गुट को लेकर उद्धव ठाकरे से लेकर संजय राउत तीखे तेवर में नजर आ रहे हैं। वहीं आदित्य ठाकरे की तरफ से भी जुबानी जंग जारी है।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि जो लोग यहां से भाग गए और खुद को बागी बता रहे हैं, अगर उन्हें बगावत करनी थी तो यहां करना चाहिए था। उन्हें इस्तीफा देकर चुनाव लड़ना चाहिए था। दूसरा फ्लोर टेस्ट तब होगा जब वे मेरे सामने बैठेंगे, मेरी आंखों में देखेंगे और कहेंगे कि हमने क्या गलत किया। महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे से जब पूछा गया कि उन्हें कितना विश्वास है कि एमवीए सरकार नहीं गिरेगी जिस पर उन्होंने कहा कि हम जीत को लेकर आश्वस्त हैं। सबका प्यार है हमसे। विश्वासघात करने वाले नहीं जीतते। जो भाग जाते हैं वे जीतते नहीं हैं।
महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना से मंत्री आदित्य ठाकरे ने रविवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पिछले महीने पार्टी नेता एकनाथ शिंदे से पूछा था कि क्या वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, हालांकि शिंदे ने तब बात को टाल दिया था। आदित्य ने शिंदे के विद्रोह के हवाले से कहा, “ 20 मई को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को (मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास)'वर्षा' बुलाया था और पूछा था कि क्या वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। हालांकि तब उन्होंने इस मुद्दे को टाल दिया था।