आप नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा के विस्तार की चुनौती से निपटने के लिये समान विचारों वाले सभी अच्छे लोगों के एकजुट होने की जरूरत पर बल दिया है। केजरीवाल ने आज केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से मुलाकात के बाद कहा कि देश में भय का वातावरण व्याप्त हो गया है। उद्योग और कारोबार क्षेत्र से लेकर मीडिया और जनसामान्य तक, हर कोई भयग्रस्त है। देश में पनपे इस माहौल को समूची व्यवस्था के लिये दोषपूर्ण बताते हुये केजरीवाल ने कहा कि इन परिस्थितियों से निपटने के लिये ‘‘अच्छे लोगों’’ को एकजुट होना होगा।
केजरीवाल ने यहां स्थित केरल हाउस में विजयन से नाश्ते पर मुलाकात के दौरान देश में मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक हालात पर चर्चा की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि देश की सत्ता गलत ताकतों के हाथों में है और धीरे धीरे देश भर में इनका दायरा बढ़ता जा रहा है। राज्य दर राज्य भाजपा के विस्तार की ओर इशारा करते हुये केजरीवाल ने कहा कि इन ताकतों से लड़ने के लिये अच्छे लोगों को एकजुट होना होगा।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के विरोध में उठी हर आवाज को दबा दिया जाता है। यह प्रवृत्ति गलत है। गौरतलब है कि केजरीवाल का यह बयान बसपा प्रमुख मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा भाजपा की चुनौती से निपटने के लिये समान विचारधारा वाले दलों के गठजोड़ की जरूरत बताने के एक दिन बाद आया है। इस दौरान विजयन ने भाजपा से निपटने में कांग्रेस की अगुवाई वाले गठजोड़ को नाकाफी बताते हुये कहा कि इस मकसद को पूरा करने में कांग्रेस पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने मंगलवार को भाजपा में शामिल हुये दिल्ली कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली का नाम लिये बिना उनका उदाहरण देते हुये कहा कि हम सभी ने कल देखा कि किस तरह कांग्रेस के एक बड़े नेता ने भाजपा का दामन थाम लिया। उन्होंने कहा कि आरएसएस द्वारा समाज में फैलाये जा रहे भय से देश में उत्पन्न गंभीर हालात पर केजरीवाल के साथ चर्चा की। इसमें हमारे बीच इस बात पर आमराय बनी है कि हमें इन ताकतों से प्रभावित हुये बिना देश के धर्मनिरपेक्ष तानेबाने को बरकरार रखने के लिये एकजुट होना पड़ेगा।