By नीरज कुमार दुबे | Jan 15, 2024
भारतीय सेना ने आज गर्व और उल्लास के साथ 76वां सेना दिवस मनाया। इस अवसर पर लखनऊ में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में सेना के विभिन्न दलों ने अपने शौर्य का प्रदर्शन किया। हम आपको बता दें कि वैसे तो सेना दिवस पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली छावनी के करिअप्पा परेड ग्राउंड में होता रहा है लेकिन यह कार्यक्रम भारत सरकार की पहल के हिस्से के रूप में दूसरी बार राष्ट्रीय राजधानी से बाहर आयोजित किया गया। हम आपको बता दें कि लंबे समय से चली आ रही यह परंपरा पिछले साल जनवरी में बदली थी जब परेड का आयोजन बेंगलुरु में किया गया था। मोदी सरकार की पहल पर सेना दिवस परेड का आयोजन भारत के अलग-अलग शहरों में करने का फैसला लिया गया है। इसका उद्देश्य आयोजन स्थलों में विविधता लाना और विभिन्न क्षेत्रों को इस कार्यक्रम की भव्यता को देखने का मौका प्रदान करना है। इसीलिए इस बार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का चयन किया गया था।
इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बलों में से एक है। उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल अत्यधिक पेशेवर हैं। जनरल मनोज पांडे ने कहा कि सशस्त्र बलों के तीनों अंग ‘‘किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।’’ उन्होंने इस अवसर पर देश के लिए शहादत देने वाले सैन्य कर्मियों के योगदान को भी याद किया। बाइट। हम आपको बता दें कि समारोह को सीडीएस अनिल चौहान ने भी संबोधित किया और देशवासियों को सीमाओं की सुरक्षा के प्रति आश्वस्त किया। इस अवसर पर तीनों सेनाओं के प्रमुखों के अलावा बड़ी संख्या में सेना के अधिकारी, जवान और उनके परिजन उपस्थित थे। कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल का चयन कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल करके किया गया। इसके अलावा विभिन्न दलों ने अपने कौशल का प्रदर्शन कर सबको अचंभित कर दिया।
सेना दिवस पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री तथा अन्य गणमान्य लोगों ने भी अपनी बधाई प्रेषित की है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सैन्य कर्मियों को 76वें सेना दिवस की बधाई दी और कहा कि उनकी देशभक्ति सभी नागरिकों के लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत बनी हुई है। मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘संघर्ष के साथ-साथ शांति की स्थितियों में भी हमारे बहादुर सैनिक हरसंभव तरीके से देश की सेवा करने के लिए तैयार रहते हैं। आज, कृतज्ञ राष्ट्र मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वालों को और भारतीय सेना के जज्बे को सलाम करता है। मैं सेना के सभी सदस्यों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेना दिवस के अवसर पर सैनिकों को बधाई दी और कहा कि राष्ट्र की रक्षा करने और देश की संप्रभुता को अक्षुण्ण रखने में उनका अथक समर्पण उनकी बहादुरी का प्रमाण है। मोदी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "सेना दिवस पर, हम अपने सैन्यकर्मियों के असाधारण साहस, अटूट प्रतिबद्धता और बलिदान का सम्मान करते हैं। हमारे राष्ट्र की रक्षा करने और हमारी संप्रभुता को बनाए रखने में उनका अथक समर्पण उनकी बहादुरी का प्रमाण है। वे ताकत और प्रतिरोध क्षमता के स्तंभ हैं।"
हम आपको बता दें कि फील्ड मार्शल केएम करियप्पा के भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर इन चीफ के रूप में कार्यभार संभालने की याद में हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है। करियप्पा ने 1949 में भारतीय सेना के अंतिम शीर्ष ब्रितानी कमांडर से यह पदभार ग्रहण किया था। सेना दिवस के अवसर पर पूरा देश थलसेना के अदम्य साहस, जांबाज सैनिकों की वीरता, शौर्य और शहादत को याद करता है। इस विशेष अवसर पर जवानों के दस्ते और अलग-अलग रेजीमेंट की परेड के अलावा झांकियां भी निकाली जाती हैं और उन सभी बहादुर सेनानियों को सलामी दी जाती है, जिन्होंने देश और लोगों की सलामती के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया।