By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 20, 2023
असम के दो मौजूदा सांसद और राज्य विधानसभा में विपक्ष के उपनेता उन 71 कांग्रेस सदस्यों में शामिल हैं, जिन्होंने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी से टिकट मांगा है। कांग्रेस की ओर से मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी सामने आई। मौजूदा लोकसभा में राज्य से कांग्रेस के तीसरे सांसद गौरव गोगोई ने अभी तक अपना आवेदन दाखिल नहीं किया है। कांग्रेस की असम इकाई ने पार्टी का टिकट मांगने के लिए आवेदन दाखिल करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 22 दिसंबर कर दिया है। पहले अंतिम तिथि मंगलवार थी। पार्टी की प्रदेश इकाई ने पूर्वोत्तर राज्य से निचले सदन की 14 सीट के लिए अब तक प्राप्त 71 आवेदनों की एक सूची साझा की है।
निवर्तमान सांसद प्रद्युत बोरदोलोई ने नगांव निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ने की मांग करते हुए आवेदन किया है। बरपेटा से सांसद अब्दुल खालिक ने भी अपना आवेदन दिया है, हालांकि उन्होंने अपनी पसंदीदा सीट का जिक्र नहीं किया है। लोकसभा में असम की कलियाबोर सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले गोगोई नेअभी तक अपना आवेदन नहीं भेजा है। असम में हुई परिसीमन प्रक्रिया में उनकी सीट समाप्त हो गई है। कांग्रेस द्वारा साझा की गई सूची के अनुसार, राज्य विधानसभा में विपक्ष के उपनेता रकीबुल हुसैन ने भी नगांव निर्वाचन क्षेत्र के लिए अपना आवेदन दाखिल किया है। राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री हुसैन सामागुरी से विधायक हैं, जो नगांव के अंतर्गत आता है।
धुबरी निर्वाचन क्षेत्र के लिए सबसे अधिक 11 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जबकि कोकराझार से अब तक केवल एक ही सदस्य ने आवेदन किया है। संबंधित एक परिपत्र के मुताबिक, असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के माननीय अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए इच्छुक कांग्रेस उम्मीदवारों के आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 22 दिसंबर 2023 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। कांग्रेस ने कहा कि राज्य में 15 सदस्यीय विपक्षी मंच का हिस्सा होने के नाते पार्टी का लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने का है, इसलिए उसे कुछ सीट पर उम्मीदवार खड़े करने से बचना होगा।
परिपत्र के अनुसार, ऐसी सीट के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की शुल्क राशि वापस हो जाएगी। यूनाइटेड अपोजिशन फोरम असम (यूओएफए) का गठन विपक्षी गठबंधन इंडिया के अनुरूप किया गया है। यूओएफए गठबंधन में एजेपी, रायजोर दल, माकपा, भाकपा, जातीय दल-असोम, राकांपा, राजद, जद (यू), तृणमूल कांग्रेस, भाकपा (एमएल) और आप शामिल हैं। यूओएफए ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार करने के लिए दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया था।