By अभिनय आकाश | Apr 13, 2023
योगी उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का संकल्प लेकर उतरे। उत्तम प्रदेश यानी ऐसा प्रदेश जहां कानून व्यवस्था टाइट हो, महिलाओं और लड़कियों के साथ सड़कें सुरक्षित हों। उत्तर प्रदेश योगी सरकार पार्ट 1 में ऐसा कई नजारा देखने को मिला था जब अपराधी खौफ में थे और कई नामी बदमाशों ने एनकाउंटर के डर से थाने में जाकर खुद ही आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके अलावा बड़े माफियाओं पर बाबा का बुलडोजर भी खूब चला था। कट्टेबाजी और बमबाजी के लिए उत्तर प्रदेश एक अरसे से बदनाम रहा है। सरकार किसी की भी रही हो, तूती बंदूकबाजों की ही बोलती थी। लेकिन वक्त बदला और बदलते वक्त में यूपी में अपराधी कन्फ्यूज हो गए कि करें तो क्या करें। वहीं योगी सरकार ने अपराधियों को मिट्टी में मिलाने का जो संकल्प लिया उसे आकार भी दिया। गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने एनकाउंटर में मार गिराया है। वो उमेश पाल हत्याकांड में वांछित था। वो गुनहगार जिसपर पांच लाख का ईनाम था उसे एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। ये एक तरह से प्रण था यूपी सरकार का कि एक-एक करके या तो सभी गुनहगारों को पकड़ लिया जाएगा या फिर उनका एनकाउंटर कर दिया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में दी गई जानकारी के अनुसार पिछले छह वर्षों में राज्य में पुलिस और अपराधियों के बीच 10,000 से अधिक मुठभेड़ हुई हैं, जिसमें 63 अपराधी मारे गए हैं, जबकि एक बहादुर पुलिस वाला भी शहीद हुआ है। एनकाउंटर की संख्या के मामले में मेरठ 2017 के बाद से सबसे अधिक 3152 मुठभेड़ों के साथ राज्य में शीर्ष पर है, जिसमें 63 अपराधी मारे गए और 1708 अपराधी घायल हुए। इसी दौरान पुलिस मुठभेड़ों के दौरान एक जांबाज पुलिसकर्मी भी शहीद हो गया, जबकि 401 पुलिसकर्मी घायल हो गये। यूपी पुलिस की कार्रवाई के दौरान कुल 5,967 अपराधियों को पकड़ा गया।
यूपी पुलिस ने 2017 के बाद से 10713 एनकाउंटर किए हैं, जिनमें से सबसे अधिक 3152 मेरठ पुलिस द्वारा आयोजित किए गए, इसके बाद आगरा पुलिस ने 1844 एनकाउंटर किए, जिसमें 4654 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि 14 खूंखार अपराधी मारे गए और 55 पुलिस वाले घायल हुए। और बरेली में कुल 1497 एनकाउंटर किए गए जिनमें 3410 अपराधी गिरफ्तार किए गए जबकि 7 की मौत हो गई। बरेली में मुठभेड़ के दौरान 437 अपराधी घायल हुए थे। इन ऑपरेशनों में 296 बहादुर पुलिस कर्मी घायल हुए, जबकि 1 शहीद हो गया।