By अनुराग गुप्ता | Dec 17, 2020
नयी दिल्ली। दिल्ली पुलिस की साइबर यूनिट ने फर्जी कॉल सेंटर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले गिरोह ने अमेरिका समेत दूसरे देशों के 4500 विदेशी नागरिकों से लगभग 100 करोड़ की ठगी की। इस मामले में 54 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें 9 महिलाएं भी शामिल हैं। यह लोग गिरफ्तारी का डर दिखाकर पैसे अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करा लेते थे।
डीसीपी अन्येश रॉय से मिली जानकारी के मुताबिक मोती नगर से फर्जी कॉल सेंटर के द्वारा अमेरिका समेत दूसरे देशों के लोगों को ठगने की जानकारी मिली थी। अधिकारी ने बताया कि इन लोगों ने 4500 लोगों से करीब 90-100 करोड़ रुपए की ठगी की थी। हमें फर्जी कॉल सेंटर के चलने की जब जानकारी मिली तो हमने टीम बनाकर छापेमारी की। जिसमें 45 पुरुषों को और 9 महिलाओं को गिरफ्तार किया। इनमें चार टीम लीडर शामिल हैं।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने सरकारी एजेंसियों के कर्मचारियों के रूप में अमेरिका समेत कई देशों के लोगों से संपर्क किया, जिनमें सामाजिक सुरक्षा प्रशासन, ड्रग प्रवर्तन प्रशासन, यूएस मार्शल सर्विस आदि शामिल हैं। अमेरिका में हर अधिकारी को एक सोशल सिक्योरिटी नंबर होता है और ठगी करने वाले सोशल सिक्योरिटी नंबर के अधिकारी बनकर फोन करते थे और कहते थे कि आपके अकाउंट में टेरर फंडिंग का पैसा आया है।
फर्जी कॉल सेंटर वाले उन्हें बातों में उलझाकर उनके सामने दो विकल्प पेश करते हैं। पहला यह कि वो व्यक्ति गिरफ्तार हो जाए और अपनी जमीन-जायदाद को जब्त करवा दें, दूसरा यह कि सरकारी खाते में पैसे डलवाएं या फिर बिटकॉयन वालेट में पैसे भेजें।