By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 02, 2020
नयी दिल्ली। दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में इस महीने 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक शहर में नए मामले सामने आने की दर बढ़ी है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन में दी गई जानकारी का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि एक अगस्त को दिल्ली में 10,596 मरीज कोविड-19 का इलाज करा रहे थे जो संख्या एक सिंतबर यानी मंगलवार को बढ़कर 15,870 हो गई। वहीं 27 जून को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 28,329 थी जो 31 जुलाई तक घटकर 10,705 रह गई थी।
चार अगस्त को पहली बार यह आंकड़ा घटकर 10,000 से कम 9,897 पहुंच गया। इसके साथ ही राजधानी में संक्रमण से ठीक होने की दर में वृद्धि और नए मामलों में कमी देखी गई। लेकिन जैसे ही यह लगने लगा कि यह संख्या और घट सकती है तभी संक्रणण से नए मामलों में आती वृ्द्धि के साथ ही यह आंकड़ा भी बढ़ने लगा। दिल्ली में 26 अगस्त को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 12,520 हो गई थी और अगले ही दिन यह संख्या बढ़कर 13,208 हो गई। विशेषज्ञ नए मामलों में वृद्धि का कारण लॉकडाउन हटने के बाद लोगों की आवाजाही, प्रवासी लोगों का दिल्ली में इलाज कराने के लिए आना और वापस लौटने को मानते हैं।
राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कोविड-19 मामलों के नोडल अधिकारी डॉ देश दीपक ने कहा, “दिल्ली में कई कारणों से संक्रमण के नए मामलों की संख्या में मामूली वृद्धि देखी गई है। लोग (प्रवासी) वापस लौट रहे हैं। दूसरे राज्यों से भी लोग इलाज के लिए शहर आए हैं।” उन्होंने कहा कि अनलॉक के तहत सरकार धीरे-धीरे कारोबार को फिर से खोलने की अनुमति दे रही है। राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ बी एल शेरवाल ने कहा कि प्रतिबंधों में ढील के साथ नए मामलों की संख्या में वृद्धि होना तय है।
सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त में शहर के अस्पतालों में भर्ती होने वाले 8,577 कोविड-19 रोगियों में 2,536 अन्य राज्यों (लगभग 30 प्रतिशत) से थे जिनमें से ज्यादातर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश और हरियाणा से हैं। नए मामलों की संख्या में वृद्धि के कारण शहर के अस्पतालों में बेड की मांग में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उल्लेखनीय है कि 30 जुलाई को कोविड-19 रोगियों के लिए कुल बेड की संख्या का 18 प्रतिशत पर रोगी भर्ती थे यानी 16,038 बेड में से केवल 2,958 पर कोविड-19 रोगी भर्ती थे। दिल्ली कोरोना ऐप पर अस्पतालों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को यह संख्या बढ़कर कुल 14,135 बेड का 28 प्रतिशत, यानी4,004 हो गई।