कोरोना काल में बेशक आप घूमने-फिरने न जाएँ, किन्तु अलग-अलग और रोमांचक जगहों के बारे में जानकर उस जगह का वर्चुअल आनंद तो ले ही सकते हैं। वर्चुअल आनंद ही क्यों, ज्यों ही कोरोना का प्रकोप कम हुआ, तो बेहतर लगने वाली जगहों पर आप अवश्य ही जाएँ।
हमेशा से ही जंगल अपने आप में बेहद रोमांचक और रहस्यमय होता रहा है। हालाँकि, अधिकांश लोगों में जंगल की कल्पना टीवी और कहानियों के माध्यम से ही आई होगी और ऐसे बहुत कम ही लोग होंगे, जिन्हें जंगल का अनुभव होगा।
सच कहा जाए तो यह देखने में जितना आसान लगता है, यहां रहना शायद उतना आसान नहीं हो, लेकिन वो एडवेंचर ही क्या, जो आसान लगे! ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे ही भारत के विशिष्ट जंगलों के बारे में बताएंगे, जहां एडवेंचर का मजा लिया जा सकता है।
उत्तराखंड के कुंजखड़क
अगर आप को दुर्गम और कठिन जगहों पर जाना अच्छा लगता है तो आप उत्तराखंड के कुंजखड़क जरूर जाएँ। यहां कुंजखड़क के हरे-भरे जंगल आप का मन मोह लेंगे तथा इन जंगलों में देवदार के बड़े-बड़े पेड़ भी आपको बेहद आकर्षक लगेंगे। कुंज खड़क पर राप्ती नदी दिखेगी, जो कि भारत और नेपाल की सीमा को बांटती है। इस जंगल में ट्रैकिंग के लिए अक्टूबर से अप्रैल तक का महीना बेस्ट कहा जाता है और उत्तराखंड के कुंजखड़क की शुरुआत हिमालय की तलहटी में कोरबात के पास स्थित है।
पाली वॉटरफॉल ट्रैक गोवा
गोवा को खूबसूरत बीजों के लिए जाना जाता है और यहां पर पाली वाटरफॉल भी बेहद प्रसिद्ध है। लेकिन यहां पर घने जंगल भी पाए जाते हैं और इन्हीं जंगलों में ट्रेकिंग का मजा लिया जाता है। हालांकि पाली वॉटरफॉल ट्रैक पर बहुत सारे जंगली और खतरनाक जानवर के साथ-साथ जहरीले सांप भी पाए जाते हैं जिनमें कोबरा भी शामिल है। ऐसे में इस जंगल में ट्रेकिंग करना काफी चुनौतीपूर्ण रहता है, लेकिन अगर आप ट्रेकिंग के माहिर हैं तो आप इस वाटर फॉल पर जरूर जाएं।
बिंसार जीरो पॉइंट ट्रैक
उत्तराखंड में बसे इस जंगल में जाने के लिए आपको बिंसार वन्य जीव अभ्यारण से होकर जाना पड़ेगा। हालांकि यह अपेक्षाकृत काफी आसान ट्रैकिंग माना जाता है, लेकिन यहां ट्रैकिंग का बेहद आनंद आप अवश्य ही उठा सकते हैं। बिहार के जंगलों में कई सारे जानवर भी आपको देखने को मिलेंगे, जिनमें लंगूर बंदर आदि शामिल हैं।
यहां जाने के लिए अक्टूबर से नवंबर और फरवरी मार्च के बीच अच्छा समय माना जाता है, क्योंकि ऐसे समय में यहां बारिश नहीं होती है और बर्फ भी नहीं पड़ी होती।
मुदुमलई तमिलनाडु
तमिलनाडु के मुदु मलई में स्थित यह नेशनल पार्क काफी फेमस है और यहां ट्रेकिंग के लिए देशभर से लोग आते हैं। यहां पर यात्रियों की सुविधा के लिए कई सारे होटल तक खुले हुए हैं और यहां आस-पास के बसे गांव में भी लोग रहने की सुविधा उपलब्ध कराते हैं। यहां आने के लिए बेस्ट समय नवंबर से फरवरी का होता है।
सीताबनी ट्रैक उत्तराखंड
उत्तराखंड में ही सीताबनी ट्रैक भी काफी मशहूर है और यह जिम कार्बेट सीताबनी काफी लोगों में चर्चित भी है। इसकी शुरुआत होती सिताबनी मंदिर से और भोला मंदिर पर खत्म होती है। यहां के जंगल में आपको हाथी, शेर और भालू देखने को मिल जाएंगे। सीताबनी आने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रैल तक का माना गया है।
- विंध्यवासिनी सिंह