By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 13, 2024
अमरावत। आंध्र प्रदेश में 25 लोकसभा सीटों और 175 सीटों विधानसभा सीटों के लिए दोपहर एक बजे तक 40.26 प्रतिशत मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी)नेता और तेनाली से विधायक ए शिवकुमार ने तेनाली में मतदाताओं के साथ बहस के बाद कथित तौर पर एक मतदाता के साथ मारपीट की, जिसके परिणामस्वरूप मतदाता ने भी इसी तरह का सलूक किया। राज्य में मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक जारी रहेगा। कुछ स्थानों पर निर्धारित समय से एक या दो घंटे पहले मतदान समाप्त हो जाएगा।
आंध्र प्रदेश के राज्यपाल एस अब्दुल नजीर, मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी और तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने अपने-अपने परिवार के सदस्यों के साथ सुबह अपने मताधिकार का प्रयोग किया। आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला पहले अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की समाधि पर गईं और फिर मतदान किया। एलुरु के अगिरिपल्ली मंडल के एडुलागुडेम गांव में 104 वर्षीय मतदाता जे वेंकट रत्नम ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और वाईएसआरसीपी ने राज्य में कई स्थानों पर, विशेष रूप से पलनाडु, कडपा और अन्नामय्या जिलों में एक-दूसरे के समर्थकों के खिलाफ हिंसा होने के आरोप लगाए हैं।
तेदेपा ने आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी कार्यकर्ताओं ने उसके नरसरावपेट लोकसभा उम्मीदवार एल श्री कृष्ण देवरायलू के तीन वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। निर्वाचन आयोग से हमले के लिए जिम्मेदार लोगों पर लगाम लगाने की अपील करते हुए देवरायलू ने संवाददाताओं से कहा कि वह इस घटना पर मामला दर्ज कराने के लिए तैयार हैं और उन्होंने डोंडापाडु मतदान केंद्र पर दोबारा मतदान कराने की बात पर जोर दिया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि रेलवे कोडूर निर्वाचन क्षेत्र के दलवईपल्ली गांव में एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को नष्ट कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी और तेदेपा की कारें क्षतिग्रस्त कर दी गईं। तेदेपा प्रमुख नायडू ने आरोप लगाया कि राज्य में लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए कोई शांतिपूर्ण माहौल नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, मैं सुबह से मतदान के दौरान हो रही हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं। वाईएसआरसीपी अपनी साजिशों को पुरजोर तरीके से लागू कर रही है। स्थानीय पुलिस अधिकारी माचेरला निर्वाचन क्षेत्र में हिंसा को रोकने में पूरी तरह से विफल रहे।