By रेनू तिवारी | Aug 19, 2023
बिहार पुलिस ने कहा कि उसने एक पत्रकार की हत्या के आरोपी चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनकी अररिया जिले में शुक्रवार तड़के उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पीड़ित की पहचान विमल यादव के रूप में हुई है, जो दैनिक जागरण में कार्यरत था। रानीगंज स्थित उनके आवास पर पहुंचे चार लोगों ने उनके सीने में गोली मार दी। शनिवार को पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से दो लोग विमल यादव की हत्या में शामिल थे।
विमल के पिता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया था। एफआईआर में हत्या के आठ आरोपियों के नाम हैं, जिनमें से चार को आज पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोपी ने 2019 में विमल यादव के भाई की भी हत्या कर दी थी। बिमल उस मामले में एकमात्र गवाह था और उस पर अपनी गवाही बदलने के लिए अनुचित दबाव था। इस हत्या से राज्य में काफी हंगामा हुआ, जिसमें लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने कानून-व्यवस्था लागू करने में विफलता को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना की। बाद में नीतीश ने अररिया में हुई हत्या पर दुख जताया और कहा, 'खबर मिलते ही मैंने अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया है।'
क्या हुआ
बिहार पुलिस ने प्रारंभिक जांच में कहा कि हत्या से पता चलता है कि "मृतक की उसके पड़ोसियों के साथ पुरानी दुश्मनी थी और वही घटना का कारण हो सकता है। बिमल के भाई की भी दो साल पहले इसी तरह हत्या कर दी गई थी। मृतक पत्रकार अभी भी नहीं था।" मुकदमे के दौरान अपने भाई-बहन के हत्यारों के खिलाफ गवाही देने के लिए।
एक्स, पूर्व ट्विटर पर बिहार पुलिस ने कहा कि 35 वर्षीय पीड़िता दैनिक जागरण अखबार के लिए स्थानीय पत्रकार के रूप में काम करती थी। पुलिस ने बताया कि अपराधियों ने सुबह करीब साढ़े पांच बजे उसका दरवाजा खटखटाया और उसका नाम पुकारा और जब उसने दरवाजा खोला तो उसके सीने में गोली मार दी।
उन्होंने बताया, "सूचना पर करीब पांच बजकर 35 मिनट पर थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की, अररिया के पुलिस अधीक्षक ने भी घटनास्थल का दौरा किया।"