By अनुराग गुप्ता | Jul 06, 2021
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों से पहले केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को मंगलवार को कर्नाटक का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया। राष्ट्रपति भवन से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। आपको बता दें कि थावरचंद गहलोत नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री हैं। जिन्हें अब कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया है।
मंत्री पद से इस्तीफा देंगे गहलोत
इसी नियुक्ति के संबंध में थावरचंद गहलोत का बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और शीर्ष नेतृत्व ने मेरे प्रति विश्वास व्यक्त करते हुए मुझे कर्नाटक का राज्यपाल नियुक्त किया है। मैं उनकी इच्छा, आकांक्षा पर खरा उतरने का प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्यता, राज्यसभा की सदस्यता और मंत्री पद से कल (बुधवार को) त्यागपत्र दे दूंगा।
मध्य प्रदेश के नागदा से ताल्लुक रखने वाले थावरचंद गहलोत मोदी मंत्रिमंडल के एक दलित चेहरे थे। जिन्हें अब बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने जब पहली बार सरकार बनाई थी तब से थावरचंद गहलोत केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री हैं। लेकिन बुधवार को उनके द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद यह पत्र खाली हो जाएगा। ऐसे में गुरुवार को होने वाले मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में किसी दलित चेहरे को यह जिम्मेदारी मिल सकती है।
आपको बता दें कि थावरचंद गहलोत भाजपा के संसदीय दल और केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य भी हैं। ऐसे में उनके इस्तीफा देने से 4 पद खाली हो जाएंगे। पहला- केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री का, दूसरा- राज्यसभा नेता सदन, तीसरा- भाजपा के संसदीय दल का और चौथा- केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य का। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पीयूष गोयल या फिर भूपेंद्र यादव को राज्यसभा में सदन का नेता बनाया जा सकता है।