By अभिनय आकाश | Apr 17, 2025
टैरिफ वॉर को तेज करते हुए अमेरिका ने चीन पर अव 100% टैरिफ और लगा दिया है। इसके साथ ही अमेरिका पहुंचने वाले चीनी सामान पर अव कुल 245% टैरिफ लगेगा। इससे इससे पहले चीन ने अमेरिकी सामान पर 125% टैरिफ लगाया था और डील के वावजूद वोइंग विमानों को लेने से इनकार कर दिया था। इससे खफा होकर अमेरिका ने टैरिफ बढ़ाया है। बढ़े टैरिफ पर चीन ने कहा कि हम अमेरिका के साथ ट्रेड वॉर से नहीं डरते। इस बीच, चीन ने ली चेंगगांग के रूप में नए अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रतिनिधि की तैनाती की है। कदम ट्रंप के उस बयान के बाद उठाया गया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि टैरिफ गतिरोध को समाप्त करने के लिए समझौता करने की जिम्मेदारी अब चीन पर है।
टैरिफ से किसे होगा नुकासन
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने चेतावनी दी है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ के कारण अमेरिका की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होगा और आम लोगों को सामान की कीमतों में उछाल झेलना पड़ेगा। बीबीसी से बात करते हुए पॉवेल ने कहा कि आयात कर (टैरिफ) फेडरल रिजर्व के अनुमान से कहीं ज्यादा हैं, जो अर्थव्यवस्था को और गहरे संकट में धकेल सकते हैं। सर्वे में भी लोग और कारोबारी अर्थव्यवस्था की सेहत को लेकर डरे हुए हैं।
ट्रम्प प्रशासन द्वारा महत्वपूर्ण खनिजों के आयात पर जांच की घोषणा से टैरिफ वॉर की चिंताएं फिर से बढ़ गई हैं। ब्रिटेन के FTSE 100 में 0.3%, जर्मनी के DAX में 0.7% और फ्रांस के CAC 40 में 0.5% की गिरावट आई। चीन की पहली तिमाही में 5.4% की आर्थिक वृद्धि के बावजूद, हांगकांग का Hang Seng 1.9% गिरा। शंघाई कंपोजिट 0.3% बढ़ा। जापान का Nikkei 1% और दक्षिण कोरिया का Kospi 1.2% गिरा। ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।