By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 20, 2018
कराची। कराची के ऐतिहासिक स्थलों पर करीब 2200 अवैध दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया। नगर निकाय अधिकारियों द्वारा बड़े पैमाने पर शुरू किए गए अतिक्रमण रोधी अभियान के तहत इन दुकानों को गिराया गया। कई साल तक सरकारी जमीन पर हुए अतिक्रमणों को नजरअंदाज करने का आरोप लगने के बाद कराची मेट्रोपोलिटन कॉर्पोरेशन (केएमसी) को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी निर्देशों के बाद कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा। यह अभियान शहर के भूदृश्य में आमूल-चूल परिवर्तन लेकर आया है और सबसे अधिक गौर करने लायक बदलाव ऐतिहासिक महत्त्व रखने वाले एम्प्रेस मार्केट में हुए हैं।
एम्प्रेस मार्केट का निर्माण ब्रिटिश शासन के दौरान महारानी विक्टोरिया की स्मृति में 1884 में हुआ था। कारोबारी हलचल वाली सद्दार पट्टी में स्थित यह मार्केट कभी कराची में व्यावसायिक और व्यापार कारोबार का केंद्र रहा था। बाजार में पिछले कुछ सालों में कई अवैध दुकानों का निर्माण हुआ। यह गतिविधि बेरोक-टोक चलती रही और दूसरे पुराने इलाकों में भी फैल गई। साथ ही शहर में जातीय विभाजन के चलते अधिकारी भी कोई कदम उठाने के प्रति अनिच्छुक ही रहे। हालांकि शीर्ष अदालत के इस मामले में दखल देने के बाद कराची के मेयर वसीम अख्तर ने कहा कि अवैध दुकानों को बिना किसी भेदभाव के गिरा दिया गया।