By अभिनय आकाश | Jun 04, 2022
जम्मू कश्मीर से 177 शिक्षकों का तबादला किया गया है। सुरक्षा वजहों से इनका तबादला किया गया है। इनमें ज्यादातर कश्मीरी पंडित और सिख समुदाय से जुड़े लोग हैं। इन सभी शिक्षकों की नियुक्ति प्रधानमंत्री के स्पेशल पैकेज के तहत हुई है। लेकिन हाल के दिनों में कश्मीरी पंडित और हिन्दुओं पर बढ़ते हमले की वजह से ये लोग सुरक्षित जगह पर पोस्टिंग करने की मांग कर रहे थे। अब इनकी मांग मान ली गई है। 177 शिक्षकों का सुरक्षा कारणों की वजह से तबादला हो गया है। कश्मीरी पंडितों का जिला मुख्यालय में ट्रांसफर या फिर समायोजन कर दिया गया है। श्रीनगर स्थित चीफ एजुकेशन ऑफिसर की ओर से जारी एक पत्र में इसकी जानकारी दी गई है।
यह कार्रवाई गृह मंत्री अमित शाह द्वारा कश्मीरी पंडित समुदाय और प्रवासी श्रमिकों को निशाना बनाकर किए जा रहे हमलों के मद्देनजर अशांत केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के एक दिन बाद आई है। 2012 में प्रधान मंत्री के विशेष पैकेज के तहत कार्यरत करोड़ों कश्मीरी पंडित, मध्य कश्मीर में बडगाम जिले के चदूरा इलाके में 12 मई को आतंकवादियों द्वारा मारे गए राहुल भट की हत्या के बाद से बड़े पैमाने पर पलायन की धमकी देते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
भट की हत्या ने विभिन्न स्थानों पर लगभग 6,000 कर्मचारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया, जिन्होंने घाटी के बाहर अपने स्थानांतरण की मांग की। तब से, घाटी में लक्षित आतंकवादी हिंसा बढ़ी है। कश्मीर में प्रवासियों को निशाना बनाकर हमले करने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार देर रात शोपियां में आतंकियों ने एक स्कूल के पास काम कर रहे प्रवासी मजदूरों पर ग्रेनेड अटैक किया। इसमें तीन मजदूर घायल हो गए। आतंकियों की तलाश के लिए सुरक्षाबलों ने अभियान चलाया।