By रेनू तिवारी | May 20, 2024
पुणे में एक घातक टक्कर में शामिल एक स्पोर्ट्स कार चलाने वाले 17 वर्षीय ड्राइवर को किशोर अदालत ने कुछ शर्तों के अधीन जमानत दे दी थी। कोरेगांव पार्क में रविवार सुबह हुई इस दुर्घटना में दोपहिया वाहन पर सवार एक जोड़े की जान चली गई। हालाँकि जमानत की सुनवाई का विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया, लेकिन पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अदालत ने पाया कि अपराध इतना "गंभीर" नहीं है कि जमानत देने से इनकार किया जाए। अदालत के आदेश के अनुसार, जो नाबालिग की हिरासत के 14 घंटे के भीतर आया, उसकी रिहाई पर कई शर्तें लगाई गईं।-
-15 दिन तक ट्रैफिक पुलिस के साथ काम किया।
-मनोरोग मूल्यांकन और उपचार से गुजरना।
-सड़क दुर्घटनाओं का प्रभाव एवं उनका समाधानविषय पर 300 शब्दों का निबंध लिखना।
- नशामुक्ति केंद्र में पुनर्वास की मांग।
-यातायात नियमों का अध्ययन कर उस पर किशोर न्याय बोर्ड को प्रेजेंटेशन देना।
- भविष्य में दुर्घटना पीड़ितों की सहायता करना, यदि वह किसी दुर्घटना का गवाह हो।
कथित तौर पर किशोर, एक प्रसिद्ध बिल्डर का बेटा, ने पोर्श को अपनी मोटरसाइकिल से टक्कर मार दी, जिस पर राजस्थान के निवासी अनीस दुधिया और अश्विनी कोस्टा सवार थे। पुलिस एफआईआर के मुताबिक, कोस्टा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दुधिया ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
एक वीडियो ऑनलाइन सामने आया है जिसमें दुर्घटनास्थल पर भीड़ द्वारा किशोर को पीटते हुए दिखाया गया है।
यरवदा पुलिस स्टेशन ने चालक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और मोटर वाहन अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें लापरवाही से गाड़ी चलाना और लापरवाही से मौत शामिल है।