By दिनेश शुक्ल | Oct 15, 2020
उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में जहरीली शराब पीने से पिछले 36 घंटे के दौरान 14 लोगों की मौत हो गई। बुधवार को सात लोगों की मौत के बाद गुरुवार सुबह नृसिंह घाट और ढाबा रोड क्षेत्र में दो और शव मिले। वहीं दोपहर में पांच लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतकों में 13 मजदूर हैं। ये सभी फुटपाथ आदि स्थानों पर रहते थे, वहीं एक व्यक्ति ठेला लगाता था। मरने वाले लोगों में एक 20 वर्षिय युवा तो बाकी सभी 40 साल से अधिक उम्र के है। मौतों के बाद एसपी मनोज सिंह ने कार्रवाई करते हुए जिले भर में अवैध शराब का धंधा करने वाले 71 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। इसके अलावा दर्जन भर लोगों को गिरफ्तार करने के बाद देर रात तक कार्रवाई होती रही। कुछ आरोपितों पर रासुका की कार्रवाई भी की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, अवैध शराब बेचने के मामले में बेबी नामक महिला सहित उसके पति भूपेंद्र कहार, राजू मिर्ची पुत्र रामचंद्र कहार, निवासी नृसिंह घाट कॉलोनी व उसके पुत्र दीपक, जीवन पुत्र बाबूलाल कहार निवासी चौबीसखंभा मार्ग, अशोक पुत्र तेजू कहार निवासी कहारवाड़ी सहित दो अन्य को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही कई लोग हिरासत में लिए गए हैं। इसके अलावा सिकंदर, गब्बर, युनूस नामक आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
दूसरी तरफ जहरीली शराब पीने के मामले में पुलिस अधिकारीयों और कर्मचारीयों पर भी कार्यवाई की गई है। इस मामले में खाराकुआं थाना प्रभारी एम.एल. मीणा, एसआई निरंजन शर्मा, आरक्षक शेख अनवर और नवाज शरीफ को निलंबित कर दिया गया है। एक दिन पहले मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच से पता चला कि मौतें जहरीली शराब पीने से हुई हैं। वही पुलिस जांच में गुरुवार सुबह दो और मजदूरों के शव मिले। पांच की इलाज के दौरान मौत हो गई। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह और पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने बताया कि मौतें संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हैं। डीनैचर्ड स्पिरिट के सेवन से जान गई है। पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच के सागर भेजा गया है। वही रिपोर्ट आने पर स्थिति और स्पष्ट होगी।
पुलिस की अभी तक की जांच में यह पता लगा है कि गोपाल मंदिर के समीप नगर निगम के पुराने कार्यालय में कुछ लोग जहरीली शराब तैयार करते थे। स्पिरिट आदि केमिकल से जहरीली शराब बनाकर 20 से 30 रुपये में बेचते थे। मजदूर और भिक्षुक इन्हें खरीदते थे। गिरफ्तार किए गए आठ लोगों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। इसके अलावा क्षेत्र में कई स्थानों पर दबिश भी दी जा रही है।
जबकि उज्जैन में जहरीली शराब पीने से मौत के मामले में केस की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। शासन की ओर से अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह विभाग राजेश राजोरा को इसका जिम्मा सौंपा गया है। जांच के लिए राजोरा उज्जैन आएंगे। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस.के.झा और रतलाम रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक सुशांत सक्सेना भी जांच करेंगे। उज्जैन की घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इस मामले में शिवराज सरकार पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने माफियाओं पर नकेल कसी थी, मगर वर्तमान सरकार इसमें नाकाम रही है। कांग्रेस की ओर स्थानीय नेताओं का एक दल बनाया गया है, जो इस मामले की जांच करेगा।