By रेनू तिवारी | May 05, 2023
ग्रेट ब्रिटेन का शाही परिवार शनिवार को किंग चार्ल्स III के राज्याभिषेक के साथ एक नए अध्याय लिखने के लिए तैयार है। किंग चार्ल्स III का राज्याभिषेक उनकी मां महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राज्याभिषेक से अलग होगा। महारानी एलिज़ाबेथ, जिनका 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया, अपने पीछे दुनिया के सबसे बड़े और सबसे महंगे मुकुट और गहनों का संग्रह छोड़ गई हैं। उनके कुछ मुकुट, ब्रोच, औपचारिक अंगूठियां और क्राउन ज्वेल्स का हिस्सा हैं जो लंदन के टॉवर पर प्रदर्शित होते हैं और हर साल लाखों पर्यटकों द्वारा देखे जाते हैं। अमूल्य संग्रह जो मुख्य रूप से औपचारिक सामान है, वह किसी व्यक्ति का नहीं बल्कि क्राउन जो भी सम्राट है उनका होता है। अब महारानी एलिज़ाबेथ की मौत के बाद महरानी के पद पर किंग चार्ल्स III की पत्नी कैमिला है। अपने पति के सिंहासन पर बैठने के साथ, कैमिला किंग चार्ल्स III के साथ एक नई और अधिक प्रमुख भूमिका निभाते हुए ब्रिटेन की नई रानी बन गई है।इसलिए कैमिला को शाही परिवार के खानदानी गहने मिलेंगे। आइये हम आपको बताते हैं इन गहनों में क्या-क्या शामिल है।
शाही संग्रह के दो भाग हैं - कुछ वस्तुओं को उस समय के सम्राट के भरोसे रखा जाता है और फिर एक विशेष संग्रह होता है जो केवल रानी का होता है। यह मुख्य रूप से उन वस्तुओं से बना है जो उन्हें विरासत में मिली हैं या परिवार के सदस्यों द्वारा उपहार में दी गई हैं या खुद खरीदी गई हैं। संग्रह का बड़ा हिस्सा चार्ल्स के साथ-साथ कैमिला को उनकी रानी के रूप में और फिर केट मिडलटन को दिया जाएगा।
शाही महारानी का मुकुट
महारानी एलिजाबेथ ने विशेष आयोजनों के लिए अपने परिवार को कई मुकुट दिए। केट मिडलटन ने प्रिंस विलियम से अपनी शादी के दौरान 2011 में 1000-हीरे जड़ित कार्टियर हेलो टियारा पहना था। अब रानी कैमिला है इस लिए ये गहना उनके हवाले कर दिया जाएगा।
डेको-स्टाइल डायमंड बैंड्यू
मेघन मार्कल, हॉलीवुड अभिनेता और प्रिंस हैरी की पत्नी ने अपनी 2018 की शादी के लिए क्वीन मैरी के शानदार आर्ट डेको-स्टाइल डायमंड बैंड्यू को दान किया। प्रिंस हैरी किंग चार्ल्स और राजकुमारी डायना की दूसरी संतान हैं। वह विलियम का छोटा भाई है। यह भी शाही खजाना ही है इस लिए ये गहना भी कैमिला की तिजोरी में ही रहेगा।
कोहिनूर क्राउन
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि मशहूर कोहिनूर क्राउन कैमिला को जाएगा। कोहिनूर क्राउन का हीरा रानी के मुकुट में लगाया जाता है लेकिन इस बार कोहिनूर का हीरा क्राउन में नहीं लगेगा लेकिन कोहिनूर कैमिला की तिजोरी में ही रहेगा।
रानी का खूबसूरत हीरो से सजा ताज
ताज में 2,800 हीरे लगे हैं जिनमें प्रसिद्ध 105 कैरेट का कोहिनूर हीरा भी है। हीरा 19वीं सदी के मध्य में अंग्रेजों के हाथ चला गया। यह मुगल मयूर सिंहासन पर मौजूद अमूल्य पत्थरों में से एक था जिसे नादिर शाह ने दिल्ली से लूटा था। और औपनिवेशिक युग के दौरान, कोहिनूर अंग्रेजों के हाथ में चला गया।
पहले भारत ने हीरा वापस करने की मांग की थी लेकिन ब्रिटेन ने यह कहते हुए मना कर दिया कि यह ब्रिटेन का है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान ने भी कोहिनूर पर अपना मालिकाना हक जताया है।