By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 29, 2017
रेस्तरां चलाने वाली अमेरिकी कंपनी मैकडोनाल्ड्स को झटका लगा है। लाइसेंस नवीनीकरण नहीं होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी में उसके कुल 55 रेस्तरां में से 43 को बंद कर दिया गया है। उत्तरी और पूर्वी भारत में उसके लाइसेंस पर काम करने वाली कंपनी कनाट प्लाजा रेस्टुरेंट्स प्राइवेट लि. (सीपीआरएल) इन रेस्तरां के लाइसेंस का नवीनीकरण कराने में विफल रही है। सीपीआरएल विक्रम बख्शी और मैकडोनाल्ड की स्थानीय संयुक्त उद्यम है।
सीपीआरल के निदेशक मंडल में शामिल बख्शी ने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली में आज सुबह से मैकडोनाल्ड के करीब 40 रेस्तरां में कामकाज को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।' सीपीआरएल के नियंत्रण को लेकर बख्शी और मैकडोनाल्ड के बीच विवाद चल रहा है। मैकडोनाल्ड ने लंदन स्थित अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता अदालत में मध्यस्थता प्रक्रिया शुरू की है। बख्शी को सीपीआरएल के प्रबंध निदेशक के रूप में अगस्त 2013 में हटा दिया गया था। इससे दोनों के बीच कानूनी विवाद शुरू हुआ। अमेरिकी फास्ट फूड कंपनी ने कहा कि दिल्ली में मैकडोनाल्ड के कई रेस्तरां का लाइसेंस की अवधि समाप्त हो गयी है।
एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि लाइसेंस समाप्त होने के कारण मैकडोनाल्ड के कई और रेस्तरां बंद हो सकते हैं। बख्शी ने कहा कि सीपीआरएल के निदेशक मंडल ने कामकाज बंद करने का निर्णय किया है और सभी कर्मचारियों को रखा जाएगा क्योंकि ये रेस्तरां अस्थायी रूप से बंद हुए हैं। मैकडोनाल्ड्स इंडिया के प्रवक्ता बैरी सुम ने कहा, 'सीपीआरएल का निदेशक मंडल जरूरी लाइसेंस हासिल करने के लिये काम कर रहा है। इसके लंबित रहने तक सीपीआरएल संबंधित रेस्तरां में कामकाज अस्थायी रूप से निलंबित कर रहा है।' रेस्तरां के बंद होने के कारण नौकरी जाने की आशंका के बारे में सुम ने कहा कि कंपनी प्रभावित रेस्तरां के कर्मचारियों को रख रही है और निलंबन के दौरान उन्हें वेतन दिया जाएगा।
रेस्तरां के बंद होने से ऐसा माना जा रहा है कि अमेरिकी कंपनी के कारोबार और साख पर असर पड़ेगा। मैकडोनाल्ड्स के पश्चिम और दक्षिण भारत में कामकाज वेस्टलाइफ डेवलपमेंट अपनी अनुषंगी हार्डकैसल रेस्टुरेंट्स प्राइवेट लि. के जरिये कर रही है। इसके 242 रेस्तरां हैं।