भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाने का श्रेय प्रधानमंत्री को: Yogi Adityanath

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शनिवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मौजूदगी में अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन व प्रादेशिक आयुर्वेद सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने यह बात कही।

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने पहली बार परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों..आयुर्वेद, योग, होम्योपैथी, यूनानी, प्राकृतिक चिकित्सा को लेकर आयुष मंत्रालय का गठन किया। शनिवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मौजूदगी में अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन व प्रादेशिक आयुर्वेद सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने यह बात कही।

उन्होंने कहा कि दुनिया 2016 से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मना रही है। दुनिया, देश, प्रांत, जनपद, शहर, गांव, कस्बा सभी योग से जुड़ते हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारत की इस परंपरा के साथ दुनिया को जोड़ने और आयुर्वेद को दुनिया में स्थापित करने में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जो प्रयास प्रारंभ हुए, उनके परिणाम सबके सामने हैं। इस दौरान उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ओडीओपी प्रदर्शनी का उद्घाटन व अवलोकन भी किया।

शनिवार को यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीन दिवसीय सम्मेलन में आयुर्वेद की विभिन्न विधाओं को लेकर चर्चा होगी और नए शोध से भी अवगत कराया जाएगा। उप्र को आयुर्वेद की भूमि बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि की भूमि है, जो देवताओं और राक्षसों दोनों का इलाज करते थे। उन्होंने दावा किया, ‘‘ डबल इंजन सरकार के प्रयासों से आयुर्वेद नई ऊंचाइयों को छुएगा।’’ योगी ने नैक मूल्यांकन में ‘‘ए डबल प्लस’’ ग्रेडिंग प्राप्त करने पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय को बधाई भी दी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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