कारोबारी की मौत के मामले में ‘‘खुद को बचा रही है’’ उत्तर प्रदेश सरकार : अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की मौत के मामले में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ‘‘खुद को बचा रही है’’ और इस मामले से रंगदारी का एक रैकेट जुड़ा है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की मौत के मामले में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ‘‘खुद को बचा रही है’’ और इस मामले से रंगदारी का एक रैकेट जुड़ा है। यादव ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार दोषी अधिकारियों को बचा रही है, क्योंकि इन अधिकारियों ने उन्हें चुनाव जितवाया है और गोरखपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता के रिश्तेदार हैं। यादव ने ट्वीट किया, ‘‘‘मनीष गुप्ता हत्याकांड’ में पुलिसवालों की गिरफ्तारी नहीं होना ये दर्शाता है कि वो फरार नहीं हुए हैं उन्हें फरार कराया गया है।
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दरअसल कोई आरोपियों को नहीं बल्कि खुद को बचा रहा है क्योंकि इसके तार ‘वसूली-तंत्र’ से जुड़े होने की पूरी आशंका है। ‘जीरो टालरेंस’ भी भाजपाई जुमला है।’’ गौरतलब है कि सोमवार देर रात को गोरखपुर जिले के रामगढ़ ताल इलाके में पुलिस ने एक होटल में तलाशी ली थी। आरोप है कि किसी अन्य व्यक्ति के पहचान पत्र के आधार पर होटल के एक कमरे में रुके तीन व्यवसायियों से पूछताछ के दौरान पुलिस ने उन्हें मारा पीटा था। सिर में चोट लगने से उनमें से मनीष गुप्ता (36) नामक कारोबारी की गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। मामले में आरोपी सभी छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें निलंबित कर दिया गया है। घटना के वक्त गुप्ता अपने दो दोस्तों के साथ होटल में ठहरे हुए थे। यादव ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जब राज्य सरकार उनसे (अधिकारियों से) गलत काम करवायेगी और प्रशासन चुनाव जितवाने का काम करेगा तो इनकी गलतियों को कौन छिपायेगा? जाहिर है, राज्य सरकार छिपायेगी।
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उनकी गलती इसलिये छिपायी जा रही है क्योंकि उनसे (अधिकारियों से) चुनाव जीतने के लिये मदद ली गयी थी।’’ यादव से जब सोशल मीडिया पर वायरल हुए उस वीडियो के बारे में पूछा गया जिसमें कारोबारी के परिवार को प्राथमिकी दर्ज नहीं कराने के लिए मनाया जा रहा है, तो सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘क्या वहां के एक पुलिस अधिकारी (गोरखपुर के एसपी) भाजपा के एक नेता के रिश्तेदार नहीं है? पूरा उत्तर प्रदेश जानता है कि पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई इसलिये नहीं हो रही है क्योंकि वह भाजपा नेता के रिश्तेदार हैं। जब प्रशासन से भाजपा चुनाव जितवाने में मदद लेगी तो उनसे (भाजपा नेताओं से) कैसे उम्मीद कर सकते हो कि न्याय मिलेगा?’’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पुलिस अत्याचार की यह घटना पहली नहीं है, इससे पहले लखनऊ, झांसी, नोएडा और राज्य के अन्य हिस्सों में ऐसी घटनायें हो चुकी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने राज्य को सबसे ज्यादा नोटिस भेजे हैं।’’ कारोबारी की मौत के मामलें में गोरखपुर में फरार छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
यादव ने पूछा कि ‘दमदार’ सरकार इन फरार पुलिसकर्मियों के मकानों पर अब बुलडोजर क्यों नहीं चला रही है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘राज्य में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) का एक अधिकारी भी फरार है, ऐसे लोगों को राज्य सरकार ने फरार करवाया है और उनकी मदद कर रही है।’’ पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर, यादव ने कहा, ‘‘इसे (पेट्रोल,डीजल को) जीएसटी के तहत क्यों नहीं लाया गया, जबकि जीएसटी परिषद में भाजपा के पास बहुमत है क्योंकि राज्यों में उसकी सरकारें हैं। फिर वे निर्णय क्यों नहीं ले पा रहे हैं।’’ चुनाव में मतपत्र के इस्तेमाल के बारे में यादव ने कहा, ‘‘सपा सरकार लाओ, ईवीएम हटाओ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पंचायत चुनाव में मतपत्रों का उपयोग हुआ था और सपा ने अधिकांश सीटों पर जीत हासिल की थी। अमेरिका में भी मतपत्रों का इस्तेमाल किया जा रहा है।’’ 2022 के राज्य विधानसभा चुनावों के बारे में यादव ने कहा कि यह सपा की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह देश और संविधान को बचाने की लड़ाई है। समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी को हराने को तैयार है, साथ ही जनता, किसान, नौजवान भी तैयार हैं। पंजाब की राजनीति के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा, ‘‘सुनने में आया हैं कि पंजाब में भी भाजपा ने झगड़ा लगाया है, वह कुछ भी कर सकती है।
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