Shraddha Murder Case : आरोपी आफताब की इंटरनेट हिस्ट्री ने खोला राज, अनुपमा हत्याकांड से आइडिया लेकर की हत्या
दिल्ली में श्रद्धा मर्डर मामले में आफताब का नार्को टेस्ट कराए जाने की तैयारी हो गई है। इसी बीच जांच में पता चला है कि लाश को ठिकाने लगाने के लिए आफताब ने देहरादून के अनुपमा हत्याकांड से भी आइडिया लिया था। अनुपमा हत्याकांड वर्षों पुराना है, जिसमें पति ने पत्नी की हत्या की थी।
दिल्ली में श्रद्धा हत्याकांड में मामले की जांच में जुटी पुलिस धीरे धीरे कई परतें खोल रही है। मामले की पड़ताल में पुलिस को पता चला है कि आरोपी आफताब ने वर्ष 2010 के चर्चित देहरादून के अनुपमा गुलाटी हत्याकांड के बारे में सर्च किया था। जांच में सामने आया है कि आरोपी लंबे समय से श्रद्धा की हत्या की प्लानिंग करने में जुटा हुआ था। अनुपमा हत्याकांड पूरे 12 वर्ष पुराना है जिसकी यादें श्रद्धा हत्याकांड से फिर ताजा हो गई है।
अनुपमा गुलाटी का सात वर्षों तक अफेयर होने के बाद प्रेम विवाह पति राजेश गुलाटी के साथ हुआ था। देहरादून की खुबसूरत वादियों में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था, जिसके सामने आने के बाद लोगों का इस पर विश्वास करना मुश्किल हो गया था। दरअसल सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी ने अपनी पत्नी अनुपमा से झगड़े के बाद उसे मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद उसने पत्नी के शव को कुल 72 टुकड़ों में काटा था।
अमेरिका में हुई थी मुलाकात
जानकारी के मुताबिक दोनों की मुलाकात अमेरिका में वर्ष 1992 में हुई थी, जिसके बाद सात वर्षों तक दोनों का अफेयर चला था। उसके बाद दोनों ने 1999 शादी की थी। हालांकि इसके बाद दोनों के बीच काफी अनबन होने लगी। दोनों का रिश्ता इतना खराब हुआ कि अनुपमा ने वर्ष 2008 में अपने बच्चों के साथ मायके में रहना शुरू कर दिया था। इसके बाद राजेश ने कोलकाता में रहना शुरू कर दिया जहां उसकी सहकर्मी के नजदीकियां बढ़ने लगी थी। हालांकि कुछ कारणों से राजेश वापस लौट आया और अनुपमा के साथ रहने लगा। मगर राजेश का कोलकाता की सहकर्मी से रिश्ता टूट नहीं सका था, जिसके बाद दोनों में फिर झगड़े शुरू हो गए। राजेश ने इंटरनेट पर हत्या से जुड़े वीडियो खंगाले और फिल्म साइलेंस ऑफ द लैब देखकर पत्नी ही हत्या को अंजाम दिया।
ऐसे हुआ था हत्याकांड का खुलासा
हत्या करने के बाद आरोपी पति राजेश ने पत्नी के 72 टुकड़े कर डीपफ्रीजर में रखे थे। इन्हें वो मसूरी की वादियों में ठिकाने लगाता था। घटना का खुलासा तब हुआ था जब अनुपमा का भाई उसके घर पहुंचा और उसने फ्रीज में अनुपमा के शव के टुकड़े देखे थे। यहां से अनुपमा के 27 टुकड़े मिले थे, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद अदालत ने आरोपी राजेश को देहरादून की सुद्दोवाला जेल में आजीवन कारावास की सजा काटने का फैसला सुनाया है।
आफताब ने भी अपनाया यही तरीका
पुलिस को जांच में पता चला है कि आफताब ने भी राजेश गुलाटी की तरह ही पहले अपनी प्रेमिका की हत्या की। बाद में उसके शव के टुकड़े गए और उन्हें अलग अलग जगहों पर फेंक दिया। पुलिस ने जानकारी दी है कि आफताब की सर्च हिस्ट्री में अनुपमा हत्याकांड की जानकारी भी मिली है, जिससे उसने हत्याकांड को अंजाम देने में मदद हासिल की थी।
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