Ram Mandir Inauguration: 'जिन्हें भगवान राम ने बुलाया है वे ही पहुंचेंगे', CPIM की दूरी पर BJP का तंज
सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि मैंने अभी तक किसी को कुछ नहीं बताया है। नृपेंद्र मिश्रा के साथ एक विहिप नेता आए और उन्होंने मुझे निमंत्रण दिया। धर्म हर व्यक्ति की व्यक्तिगत पसंद है। हम प्रत्येक व्यक्ति के अपने विश्वास के विशेष रूप को चुनने के अधिकार का सम्मान करते हैं और उसकी रक्षा करते हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने मंगलवार को कहा कि वह अगले महीने होने वाले अयोध्या में राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' या अभिषेक समारोह में शामिल नहीं होगी, क्योंकि इसे प्रधान मंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की उपस्थिति में एक राज्य प्रायोजित कार्यक्रम में बदल दिया गया है। सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि मैंने अभी तक किसी को कुछ नहीं बताया है। नृपेंद्र मिश्रा के साथ एक विहिप नेता आए और उन्होंने मुझे निमंत्रण दिया। धर्म हर व्यक्ति की व्यक्तिगत पसंद है। हम प्रत्येक व्यक्ति के अपने विश्वास के विशेष रूप को चुनने के अधिकार का सम्मान करते हैं और उसकी रक्षा करते हैं।
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जहां तक भारतीय संविधान और सर्वोच्च न्यायालय का सवाल है, उन्होंने बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि राज्य किसी विशेष धर्म को नहीं मानेगा या कोई धार्मिक संबद्धता नहीं रखेगा। इस उद्घाटन समारोह में क्या हो रहा है कि इसे प्रधान मंत्री, यूपी सीएम और संवैधानिक पदों पर बैठे अन्य लोगों के साथ एक राज्य प्रायोजित कार्यक्रम में बदल दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह सीधे तौर पर लोगों की धार्मिक आस्था का राजनीतिकरण है जो संविधान के अनुरूप नहीं है। अत: इन परिस्थितियों में मुझे कार्यक्रम में शामिल न हो पाने का अफसोस है। बृंदा करात ने यह भी कहा कि पार्टी इस समारोह में शामिल नहीं होगी।
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करात ने कहा कि हम धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हैं लेकिन वे एक धार्मिक कार्यक्रम को राजनीति से जोड़ रहे हैं...यह एक धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण है। यह सही नहीं है। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, "...सभी को निमंत्रण भेज दिया गया है। जिन्हें भगवान राम ने बुलाया है वे ही पहुंचेंगे।" महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा उन लोगों को करारा जवाब है जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को यह कहकर ताना मारते थे कि ‘मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे।’ यहां ‘अटल संस्कृति गौरव अवॉर्ड्स’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राम मंदिर का निर्माण कर और जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करके पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना साकार किया है।
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