Parliament Diary: लोकसभा में दहाड़े राजनाथ, प्रियंका का भाषण भी दमदार, राज्यसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर गदर
लोकसभा ने शुक्रवार को भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश को सबसे कम उम्र में विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने पर बधाई दी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुकेश की इस उपलब्धि का उल्लेख करते हुए सदन में कहा कि उनकी जीत से देश में उल्लास और उत्साह का वातावरण है तथा युवा खिलाड़ियों को उनकी इस उपलब्धि से प्रेरणा मिलेगी।
संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। हालांकि शीतकालीन सत्र में देखा जाए तो कुछ खास कामकाज नहीं हो सका है। आज भी राज्यसभा में शोर शराबा जारी रहा जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही को एक बार फिर से स्थापित करनी पड़ी। दूसरी ओर लोकसभा में भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा हुई जिसमें तमाम दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। लोकसभा ने शुक्रवार को भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश को सबसे कम उम्र में विश्व शतरंज चैंपियनशिप जीतने पर बधाई दी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुकेश की इस उपलब्धि का उल्लेख करते हुए सदन में कहा कि उनकी जीत से देश में उल्लास और उत्साह का वातावरण है तथा युवा खिलाड़ियों को उनकी इस उपलब्धि से प्रेरणा मिलेगी। वहीं, लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस सदस्य महुआ मोइत्रा के बयान पर सत्तापक्ष की आपत्ति के बाद दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप भी देखने को मिला।
इसे भी पढ़ें: पहले ही भाषण में प्रियंका ने कर दी इतनी बड़ी गलती, अपनी ही सरकार पर साधा निशाना, BJP ने पकड़ ली
लोकसभा की कार्यवाही
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है, लेकिन इसके निर्माण के कार्य को एक पार्टी विशेष द्वारा ‘हाईजैक’ करने की कोशिश हमेशा की गई है। उन्होंने लोकसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा की शुरुआत करते हुए यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार संविधान के मूल्यों को केंद्र में रखकर काम कर रही है। लोकसभा के उप नेता ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधा और कहा कि विपक्ष के कई नेता संविधान की प्रति अपनी जेब में रखकर घूमते हैं क्योंकि उन्होंने पीढ़ियों से अपने परिवार में संविधान को जेब में ही रखे देखा है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने सरकार पर तीखा प्रहार किया और दावा किया कि यदि लोकसभा चुनाव के नतीजे इस तरह नहीं आते तो यह सरकार संविधान बदलने का काम करती। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘एक व्यक्ति’ को बचाने के लिए देश की जनता को नकारा जा रहा है। वायनाड से लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद सदन में उनका यह पहला भाषण था। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा संविधान लोगों के लिए सुरक्षा कवच है जो देशवासियों को सुरक्षित रखता है। यह न्याय, एकता, और अभिव्यक्ति की आजादी का कवच है।’’ उन्होंने कहा कि ‘लेटरल एंट्री’ के जरिये आरक्षण को कमजोर किया जा रहा है।
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सरकार पर संविधान के धर्मनिरपेक्ष मूल्यों का हनन करने का आरोप लगाया और दावा किया कि देश के मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, सरकार पर देश के धर्मनिरपेक्ष तानेबाने को ताक पर रखने का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि हमें संविधान को समझने के लिए इसमें दिए गए हर शब्द की व्याख्या को व्यापक अर्थों में समझना होगा। उन्होंने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और इसका उल्लेख संविधान की प्रस्तावना में भी है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर भारत चिंतित है और उम्मीद करता है कि ढाका अपने खुद के हित में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाएगा। उन्होंने प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों के उत्तर देते हुए यह भी कहा कि भारत, पाकिस्तान के साथ ‘आतंकवाद मुक्त’ संबंध चाहता है और ऐसे में ‘‘गेंद इस्लामाबाद के पाले में है’’।
राज्यसभा की कार्यवाही
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को पद से हटाने संबंधी प्रस्ताव के मुद्दे पर शुक्रवार को राज्यसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप का जोरदार दौर चला, जिसके कारण हुए भारी हंगामे के बाद उच्च सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। कार्यवाही स्थगित होने से पहले धनखड़ ने विपक्ष पर उनके खिलाफ दिन-रात अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह एक किसान के बेटे हैं और कभी ‘कमजोर’ नहीं पड़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘दिन भर सभापति के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.....यह अभियान मेरे खिलाफ नहीं है, यह उस वर्ग के खिलाफ अभियान है जिससे मैं जुड़ा हूं।’
इसे भी पढ़ें: अद्भुत, अप्रतिम, बहन प्रियंका के पहले भाषण पर संसद में गदगद दिखे राहुल गांधी, दिया कुछ इस तरह का रिएक्शन
राज्यसभा में सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 44,143 करोड़ रुपये के अतिरिक्त शुद्ध नकदी व्यय संबंधी अनुदान की अनुपूरक मांगों को विचार करने के लिए रखा। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों के पहले बैच को उच्च सदन में विचार किए जाने के लिए रखा जिसमें 87,762.56 करोड़ रुपये के सकल अतिरिक्त व्यय को अधिकृत करने के लिए संसद की अनुमति मांगी गई है।
अन्य न्यूज़