Tawang Clash पर विपक्ष ने सरकार पर लगाये गंभीर आरोप, शाह और राजनाथ ने निकाली सभी आरोपों की हवा

amit shah rajnath singh
ANI
गौतम मोरारका । Dec 13 2022 12:38PM

तवांग झड़प मामले को लेकर विपक्ष की ओर से लगाये जा रहे आरोपों और हो-हल्ले की सारी हवा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह ने निकाल दी है। विपक्ष के आचरण पर गृह मंत्री अमित शाह ने कड़ी नाराजगी जताते हुए राजीव गांधी फांउडेशन पर ही हमला बोल दिया।

अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में एलएसी के निकट नौ दिसंबर को भारत और चीन के बीच हुई सैन्य झड़प को लेकर आज संसद में जोरदार हंगामा हुआ। कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस मुद्दे पर चर्चा की मांग करते हुए दोनों सदनों में जोरदार हंगामा किया जिससे कार्यवाही बाधित हुई। हालांकि संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सदन को बताया कि विपक्षी सदस्य जो विषय उठा रहे हैं उस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दोपहर 12 बजे लोकसभा में विस्तृत बयान देंगे लेकिन विपक्षी सदस्य नहीं माने और हंगामा करते रहे। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सदन में आश्वासन दिया जाए कि रक्षा मंत्री के बयान के बाद इस विषय पर तत्काल चर्चा होगी। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, ‘‘अगर आप नियम के तहत नोटिस देंगे और कार्य मंत्रणा समिति में फैसला होगा तो मैं किसी भी विषय पर चर्चा कराने को तैयार हूं।’’ वहीं राज्यसभा में भी इस मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा कर कार्यवाही को सुबह ही बाधित कर दिया।

इस बीच, तवांग झड़प मामले को लेकर विपक्ष की ओर से लगाये जा रहे आरोपों और हो-हल्ले की सारी हवा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह ने निकाल दी है। विपक्ष के आचरण पर गृह मंत्री अमित शाह ने कड़ी नाराजगी जताते हुए राजीव गांधी फांउडेशन पर ही हमला बोल दिया है और कहा है कि चीन पर कांग्रेस का हमेशा दोहरा रवैया रहा है। गृह मंत्री ने कहा कि भारत की 1 इंच जमीन पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने 8 की रात को और 9 की सुबह को जो वीरता दिखाई है, मैं इसकी प्रशंसा करता हूं। सेना ने कुछ ही देर में घुसे हुए सभी लोगों को भगा दिया और हमारी भूमि की रक्षा की। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रश्नकाल की सूची में प्रश्न संख्या 5 देखने के बाद मुझे कांग्रेस की चिंता समझ में आई। उन्होंने कहा कि प्रश्न संख्या 5 राजीव गांधी फाउंडेशन के विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (FCRA) लाइसेंस को रद्द करने के संबंध में था।

उन्होंने कहा कि अगर वे अनुमति देते तो मैं संसद में जवाब देता कि राजीव गांधी फाउंडेशन को 2005-2007 के वित्तीय काल में दौरान चीनी दूतावास से 1.35 करोड़ रुपये का अनुदान मिला, जो FCRA के अनुसार उचित नहीं था, इसलिए गृह मंत्रालय ने कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए इसका पंजीकरण रद्द किया।

रक्षा मंत्री की बड़ी बैठक

हम आपको यह भी बता दें कि आज इस मुद्दे पर सुबह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक भी बुलाई थी जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और सेना प्रमुख मौजूद रहे। उन्होंने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा स्थिति पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को जानकारी दी।

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रक्षा मंत्री का बयान

इसके बाद रक्षा मंत्री ने लोकसभा में दिये बयान में कहा कि भारतीय सेना ने बहादुरी से PLA को हमारे क्षेत्र में अतिक्रमण करने से रोका और उन्हें उनकी केंद्र पर वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने बताया कि इस झड़प में दोनों ओर के कुछ सैनिकों को चोटें आईं। तवांग में हुए झड़प पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि 9 दिसंबर 2022 को PLA गुट ने तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में, LAC पर अतिक्रमण कर यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास किया। लेकिन चीन के इस प्रयास का हमारी सेना ने दृढ़ता के साथ सामना किया। उन्होंने कहा कि इस झड़प में हाथापाई हुई थी।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि इस घटना के पश्चात क्षेत्र के स्थानीय कमांडर ने 11 दिसंबर 2022 को अपने चीनी समकक्ष के साथ स्थापित व्यवस्था के तहत एक फ्लैग मीटिंग की और इस घटना पर चर्चा की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं इस सदन को यह बताना चाहता हूं कि हमारे किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई है और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है। उन्होंने कहा कि भारतीय सैन्य कमांडरों के समय पर हस्तक्षेप के कारण PLA सैनिक अपने स्थानों पर वापस चले गए।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सेनाएं हमारी भौमिक अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और इसके खिलाफ किसी भी प्रयास को रोकने के लिए सदैव तत्पर हैंI उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि यह सदन हमारी सेनाओं की वीरता और साहस को एक स्वर से समर्थन देगा। रक्षा मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि चीनी पक्ष को इस तरह के एक्शन के लिए मना किया गया और सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कहा गया। राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है।

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