कांग्रेस पर बरसे ललन सिंह- अपनी सरकारों का इतिहास पढ़िए, संविधान के भक्षक कभी रक्षक नहीं बन सकते
ललन सिंह ने कहा कि विपक्ष ने हमेशा रात के अंधेरे में संविधान की धज्जियां उड़ाई, संविधान को तार-तार किया, आधी रात को आपातकाल लगाया गया। और अब विडंबना देखिए, कांग्रेस के सदस्य हाथ में संविधान की प्रतियां लिये घूम रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री और जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह ने पिछली कांग्रेस सरकारों पर अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करके विपक्ष के नेतृत्व वाले राज्यों को गिराने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी को संविधान के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 356 का इस्तेमाल जवाहरलाल नेहरू के शासनकाल में सात बार, इंदिरा गांधी के शासनकाल में 51 बार, राजीव गांधी के शासनकाल में छह बार, नरसिम्हा राव के शासनकाल में 11 बार और मनमोहन सिंह के शासनकाल में 12 बार किया गया था।
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सिंह ने कहा कि संविधान का अपमान करने वाले इसके रक्षक नहीं हो सकते, जैसा कि वे पुस्तक की एक प्रति के साथ घूमकर चित्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक पीएम मोदी सत्ता में हैं तब तक कोई भी संविधान से छेड़छाड़ नहीं कर सकता। प्रियंका गांधी वाद्रा द्वारा की गई जाति जनगणना की मांग के बारे में सिंह ने कहा कि जब मुंबई में इंडिया ब्लॉक की बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया कि एक प्रस्ताव पारित किया जाए, तो राहुल गांधी चुप रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को लगता है कि उसका जन्म शासन करने के लिए हुआ है, लेकिन लोगों ने पिछले 15 वर्षों से इसे विपक्ष तक ही सीमित कर दिया है। सिंह ने कहा कि मोदी चौथी बार भी पीएम बनेंगे, लेकिन कांग्रेस खत्म हो जाएगी।
ललन सिंह ने कहा कि विपक्ष ने हमेशा रात के अंधेरे में संविधान की धज्जियां उड़ाई, संविधान को तार-तार किया, आधी रात को आपातकाल लगाया गया। और अब विडंबना देखिए, कांग्रेस के सदस्य हाथ में संविधान की प्रतियां लिये घूम रहे हैं। उन्होंने बिहार में एक लोकतांत्रिक सरकार को गलत तरीके से बर्खास्त करने का एक वाकया सुनाते हुए कहा कि इसके लिए तड़के आहूत केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में आनन-फानन में फैसला लिया गया तथा राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने संबंधी फैसले पर मॉस्को में बैठे राष्ट्रपति से फैक्स के जरिये मंजूरी ली गयी। उन्होंने कहा कि ऐसा करके बिहार की लोकतांत्रिक सरकार रातोंरात गिरा दी गयी, फिर भी कांग्रेस खुद को संविधान की रक्षक कहती फिर रही है।
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उन्होंने कहा कि संविधान के असली रक्षक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं, क्योंकि उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विश्वास, सबका विश्वास एवं सबका प्रयास’ को अपने शासन का मूल मंत्र माना है और बाबा साहेब आंबेडकर रचित संविधान का भी यही सार है। उन्होंने महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनावों के परिणाम का हवाला देते हुए कहा कि संविधान की धज्जियां उड़ाने वाली (कांग्रेस) को जनता ने उसकी जगह दिखाकर अच्छी सीख दी है। उन्होंने कहा कि देश की जनता संविधान की धज्जियां उड़ाने वालों को पहचान चुकी है और यही वजह है कि जम्मू कश्मीर और महाराष्ट्र में कांग्रेस फिसड्डी हो चुकी है और अपना अस्तित्व खोती जा रही है। सिंह ने कहा कि संविधान के दो पहलू हैं, पहला जहां समाज के सभी वर्गों को सामाजिक और आर्थिक प्रगति का रास्ता दिखाता है, वहीं दूसरा संविधान से छेड़छाड़ करने वालों से निपटने की व्यवस्था भी उपलब्ध कराता है।
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